गिरता जल स्तर- कैसे होगा भू-गर्भ जल संरक्षण और संवर्धन-

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अलमोड़ा गांव , शहर सभी जगह पोखर , तालाब और जीवनदायिनी नदियों को संरक्षित करना होगा यह बात पर्यावरण सचेतक नैपालसिंह पाल रामगंगा मित्र ने जारी बयान मे कही उन्होंने कहा कि जहां बड़े-बड़े भवन बने हुए हैं वहां पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग लगना चाहिए। सिंचाई ट्रेंच , ड्रिप विधि द्वारा की जाए। खेतो की मेढ़ ऊंची हो। कार व बाइक धोने के अत्याधिक बढ़ते हुए सेंटरों पर पाबंदी हो साथ ही बढ़ते हुए स्विमिंग पूल पर भी पाबंदी हो। आज टेप (टोंटी) को खुला न छोंडे। चेक डैम भी बनाए जा सकते हैं जल संचय और संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा देना होगा ।दैनिक कार्यों को करते हुए जल सदुपयोग की आदत डालनी होगी । समरसेबल पर रोक लगनी चाहिए हमें अपने घर के लोगों को भी कच्चा छोड़ना होगा। खेतों की मेढ़ ऊंची और मजबूत बनानी होगी।

अधिक से अधिक पौधरोपण और हरे पौधों का संरक्षण करना होगा सबसे जरूरी यह है कि पानी का सदुपयोग किया जाना बहुत जरूरी है तुलसीदास जी ने कहा था कि क्षिति जल पावक गगन समीरा पंचतत्व मिलि रचा शरीरा। अतः जल का सदुपयोग संरक्षण व संवर्धन बहुत जरूरी है क्योंकि जल ही कल है जल है तो कल है जल नहीं तो कल नहीं।

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