बिना सहमति के दान कर दी पांच नाली भूमि, पीड़ितों ने जिलाधिकारी को भेजा पत्र
गंगोलीहाट संवाददाता
तहसील क्षेत्र के सिमलकोट ग्राम पंचायत के चौडिका तोक में बनाए गए राजकीय महाविद्यालय भवन निर्माण कार्य में ग्रामीणों की सहमति के बगैर नाप भूमि को जबरन महाविद्यालय के नाम से दाननामे में पंजीकृत किए जाने का मामला प्रकाश में आया है । परेशान भू स्वामियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर उक्त मामले की जांच कर कठोर कार्यवाही की मांग की है । डी एम को भेजे गए ज्ञापन में गोपाल सिंह मेहता पुत्र नारायण सिंह निवासी ग्राम सिमलकोट गंगोलीहाट ने राजकीय महाविद्यालय गंगोलीहाट के निर्माण हेतु ग्राम सिमलकोट के चौडिका तोक में भूमि दान किए जाने की प्रक्रिया के दौरान दानदाता की स्वीकृति को अनदेखा कर प्रत्येक दान दाता द्वारा दी गई सहमति से अधिक भूमि दान में पंजीकृत कराए जाने एवं ग्राम सिमलकोट से अन्य व्यक्ति बलवंत सिंह पुत्र खुशाल सिंह निवासी ग्राम सिमलकोट के नाम से 5 नाली भूमि का दान दाता की अनुपस्थिति में उपरोक्त व्यक्ति के नाम से बिना सहमति व हस्ताक्षर के फर्जी तरीके से हस्ताक्षर अंगूठा निशानी कर पांच नाली भूमि दान में दिखा दिया गया ।
जिसमें गोपाल सिंह मेहता पुत्र नारायण सिंह एवं गंगा प्रसाद पुत्र भैरव दत्त कोठारी को गवाह दिखाए जाने एवं उनको इस बात की जानकारी न दिए जाने एवं स्वयं को फर्जी गवाह बनाए जाने से स्वयं को लेकर बलवंत सिंह एवं ग्राम वासियों द्वारा विवाद की स्थिति होने एवं असंतोष की स्थिति गांव वासियों में बनी हुई होने के संबंध में पत्र प्रेषित करते हुए उपरोक्त मामले की जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है ।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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