खटीमा : भारामल मंदिर के सेवादार की संदिग्ध हालत में मौत  -पुजारी व उनके सेवादार की हत्या का चश्मदीद था नन्हें

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बाबा भारामल मंदिर के मुख्य पुजारी व उनके सेवादार की हत्या का चश्मदीद नन्हें (43) की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। पुलिस ने शव को निर्वाण कुटिया के पास खकरा नाले से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

     जानकारी के अनुसार नन्हे दिन में बाबा भारामल मंदिर में रहता था और शाम को वह निर्वाण कुटिया चला जाता था। गुरुवार को नन्हें निर्वाण कुटिया में था, रात्रि लगभग 10 बजे वह कुटिया के पास खकरा नाले की ओर गया, लेकिन वापस नहीं लौटा। कुछ देर बाद कुटिया में तैनात पीआरडी के जवान उसे तलाश करते नाले की ओर गये तो उसे नाले में पड़ा देखा, उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस व आपातकालीन सेवा 108 को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस व एंबुलेंस 108 ने नन्हें को नाले से बाहर निकालकर उप जिला चिकित्सालय पहुचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। नन्हे की मौत की सूचना मिलते ही एसपी क्राइम चन्द्रशेखर घोड़के, अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कत्याल, सीओ वीर सिंह, एसडीएम रविन्द्र सिंह बिष्ट ने मौका मुआयना कर लोगों से पूछताछ की। शुक्रवार को डॉ. केसी पंत व डॉ. सिमरनजीत सिंह ने पैनल में शव का पोस्टमार्टम किया। चिकित्सकों का अनुमान है कि मृतक के फेफड़े में पानी भरा हुआ था जो मौत का कारण बना।

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पोस्टमार्टम के बाद स्थानीय लोगों ने मुक्तिधाम में उसका अंतिम संस्कार कर दिया।   विदित हो कि बीते पांच जनवरी को सुरई रेंज के बीहड़ जंगल के बीच स्थित बाबा भारामल मंदिर में अज्ञात तीन नाकबपोश बदमाशों ने मंदिर के मुख्य पुजारी हरिगिरी महाराज व उनके सेवादार रूप सिंह बिष्ट की लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी थी। वहीं एक अन्य सेवादार नन्हें को भी मारपीट कर घायल कर दिया था। वहीं एक अन्य सेवादार जगदीश मारपीट के दौरान मौका पाकर भागने में कामयाब रहा। उक्त घटना के बाद घायल चश्मदीद नन्हें का उप जिला चिकित्सालय में पुलिस सुरक्षा के बीच इलाज जारी रहा। घटना के बाद पुलिस, एसओजी, डॉग स्कॉट, फॉरेसिंक टीम व वन विभाग की टीम जांच में जुटी रही। पुलिस ने नौ टीमें गठित कर वन विभाग की मदद से जंगल में गहन चैकिग अभियान चलाया। वहीं टीम सुरई वन रेंज के साथ जंगल में लगाये गये टै्रप कैमरे की मदद से यूपी के कई हिस्सों मेें जांच पड़ताल करती रही। घटना के बीस दिन के बाद भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा।  

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