आजादी के 75 साल के बाद ही नहीं बदली लोगों की अवधारणाएं

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एस आर चंद्रा

अनुसूचित जाति के दूल्हे को सवर्णो द्वारा घोडे़ से जबरन उतारने पर हुयी – 6 लोगों के खिलाफ सल्ट तहसील में हुयी प्राथमिकी दर्ज-

नायब तहसीलदार दीवान गिरी गोस्वामी सहित राजस्व टीम के साथ पहुँचे सल्ट के थला तडि़याल (मौडाली) गांव में मौका मुआयना करने।

भिकियासैंण। देश को आजाद हुए -75 साल हो गये, लेकिन आज भी अनुसूचित बर्ग के साथ आज भी भेदभाव किया जा रहा है।
भिकियासैंण। देश को आज भी क्रूरता से भेदभाव होता है,जिसका जीता जागता उदाहरण पीडित परिवार ने लिखित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सल्ट को विगत मंगलवार को प्रेषित किया था। ज्ञापन में उल्लिखित था कि विक्रम कुमार निवासी ग्राम थला तडियाल(मौडाली)तहसील सल्ट जिला अल्मोडा़ का विवाह -2. मई को हुआ था, कि जब बारात चलने लगी तो, अनुसूचित जाति के दूल्हे को जबरन घोडे़ से उतरने एवं बारात को जाने से रोका गया। दर्शन लाल पुत्र श्री श्याम लाल निवासी ग्राम थला तडियाल (मौडाली) तहसील सल्ट जिला अल्मोडा़ ने इसका लिखित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सल्ट को सौप कर स्पष्ट किया था कि पीडित एक अनुसूचित जाति (शिल्पकार) परिवार का सदस्य है। दिनांक- 2 मई को मेरे पुत्र विक्रम कुमार का विवाह था। बारात प्रस्थान के समय 4:30 बजे के लगभग ग्राम थला तडियाल के तोक मजबाखली के कुछ महिलाओं व पुरुषों जिसमें तारा देवी पत्नी कुबेर सिंह, जिबुली देवी पत्नी रमेश सिंह, रुपा देवी पत्नी शिव सिंह, भगा देवी पत्नी आनन्द सिंह, मना देवी पत्नी रतन सिंह, कुबेर सिंह पुत्र मकुन्द सिंह आदि लोगों द्वारा दूल्हे को अनुसूचित जाति के होने के कारण घोडे़ से जबरन उतारने की कोशिश की गई। साथ ही जाति सूचक शब्दों का प्रयोग भी किया गया, और समस्त बारातियों को मारने व कफल्टा काण्ड की धमकी दी गई कि अगर दूल्हे को घोडे़ से उतारा नहीं गया तो पूरी बारातियों को कफल्टा काण्ड की तरह ही मार दिया जाएगा। एेसा बार- बार कहा जा रहा था, और उनके द्वारा यह भी कहा गया है कि आज आप लोगों की किस्मत अच्छी है कि आज हमारे गांव के सभी पुरुष वर्ग घर में नहीं है, घर पर होते तो आज ही सारी बारातियों को यही पर जिन्दा जला दिया जाता। यदि फिर से कोई अनुसूचित जाति की बारात में दूल्हा घोडे़ में बैठ कर आएगा तो सभी बारातियों को जिन्दा जला दिया जाएगा।जो कानून व संविधान के खिलाफ है एवं अनुसूचित जाति वर्ग के व्यक्तियों के मौलिक अधिकारों का हनन है। आज भी शिक्षित समाज में सवर्ण जाति के लोगों द्वारा जाति- पाति का भेद- भाव किया जा रहा है,जो एक अमानवीय व्यवहार है। जिन्दा जला दिये जाने व कफल्टा काण्ड की धमकी से समस्त अनुसूचित जाति वर्ग दहशत में आ गया है। ज्ञापन में उक्त लोगों के विरूद्ध तत्काल नियमानुसार कडी़ कार्यवाही करने को कहा था, उचित कार्यवाही तुरंत नहीं होने पर समस्त अनुसूचित जाति वर्ग आन्दोलन करने को बाध्य होगा। प्रशासन ने मामले को तुरन्त संज्ञान में लेते हुए आज पीडि़त के पिता की प्राथमिकी पर आज सल्ट तहसील में एससी एक्ट के तहत – 6 लोगों के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कर दी है,जिसमें तारादेबी, जिबुली देबी, रूपा देबी, भगा देबी, मना देबी, कुबेर सिंह है।नायब तहसीलदार श्री गोस्वामी ने बताया कि शीघ्र ही अभियुक्तो की गिरफ्तारी की कार्यवाही की जायेगी। ग्रामीणों द्वारा बताया कि इससे पूर्व भी इसी क्षेत्र मे यही प्रकरण हुआ था, जो मामला शांन्त करा दिया था। कफल्टा कांन्ड की याद से अब यह मामला तीसरा कहा जायेगा। क्षेत्र में इस घटना से लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
इधर सभी शिल्पकार सगठनों ने इस घटना की कडी
निन्दा करते हुए,शासन -प्रशासन से अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है।

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