वन विभाग ने डंपर में बैठकर पकड़े खनन माफिया, जेसीबी सीज
तराई पश्चिम वन प्रभाग रामनगर रेंज के कोसी नदी में वन विभाग के कर्मचारियों को अक्सर गच्चा दे जाने वाले खनन माफिया वन विभाग के जाल में फंस गए। टीम को माफिया के फील्डर पहचान नहीं सके और नदी में बड़े पैमाने पर हो रहा अवैध खनन पकड़ा गया। वन विभाग को अवैध खनन की शिकायतें मिल रही थीं। इन्हें पकडऩे की अब तक की सारी कोशिशें बेकार जा रही थीं। क्योंकि वन अधिकारी अफिस गेट, बैराज गेट, रामनगर रेंज गेट आदि से जब भी टीम लेकर कोसी में उतरते तो माफिया के फील्डर इसकी सूचना दे देते। इस पर अवैध खनन करने वाले मौके से निकल जाते।
विगत दिवस तराई पश्चिमी के अधिकारी सरकारी गाड़ी के बजाय गुलजारपुर और काशीपुर की ओर से डंपर में बैठकर कोसी नदी में उतरे। डंपर में बैठे वन अफसरों और कर्मचारियों को माफिया के फील्डर पहचान नहीं सके और खनन सामग्री ले जाने वाले समझ बैठे। इस बीच डंपर में बैठी टीम कोसी नदी में खनन कर रही जेसीबी तक पहुंच गई। डंपर से उतरते ही वनकर्मियों ने जेसीबी ड्राइवर से चाभी और मोबाइल छीन लिया। इस बीच अन्य मोर्चों पर तैनात वनकर्मियों की टीम भी वहां पहुंच गई। टीम को देख वहां आसपास खड़े डंपरों को ड्राइवर लेकर भाग गए। वन कर्मियों ने मोके से जेसीबी सीज कर कब्जे में ले ली है।
इस दौरान वन विभाग की टीम में एसडीओ संदीप गिरी, रेंजर जितेंद्र डिमरी, फॉरेस्टर मोहन पांडे, ब्रजमोहन रावत और इमरान शामिल रहे। वहीं डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने बताया कि कोसी नदी में चल रहे अवैध खनन को तराई पश्चिमी वन प्रभाग की टीम ने रंगेहाथ पकड़ लिया। जेसीबी सीज कर आरोपियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 फ़ास्ट न्यूज़ के WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ास्ट न्यूज़ के फ़ेसबुक पेज़ को लाइक करें
👉 कृपया नवीनतम समाचारों से अवगत कराएं WhatsApp 9412034119
संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
www.fastnewsuttarakhand.com