शिक्षकों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेगा प्राथमिक शिक्षक संगठन

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उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन के जिला अध्यक्ष मनोज तिवारी ,जिला मंत्री डिकर सिंह पडियार एवं जिला कोषाध्यक्ष मदन मोहन बिष्ट ने बताया कि उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन वर्तमान में अनावश्यक रूप से मध्य सत्र में किये जा रहे शिक्षकों के समायोजन का विरोध करता है तथा शिक्षकों का 4 माह पूर्व स्वीकृत चयन/ प्रोन्नत वेतनमान अभी तक वेतन में न लगाय जाने, चयन/ प्रोन्नत वेतनमान का एरियर का पूर्व कई वर्षो से अभी तक भुगतान न करने, सेवानिवृत्त शिक्षकों को समय पर उनके देयको का भुगतान न करने, शिक्षकों के लंबित प्रकरणों का निस्तारण न करने, शिक्षकों की सेवा संबंधी प्रकरणों को अनावश्यक रूप से विलंब करने पर गहरा रोष व्यक्त करता है।


किसी भी शिक्षक का उत्पीड़न अगर अधिकारियों द्वारा किया जाता है तो उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन आंदोलन हेतु बाध्य होगा जिसका संपूर्ण उत्तरदायित्व संबंधित अधिकारी का होगा|
साथ ही संगठन पिछले कई वर्षों से शिक्षकों से गैर शिक्षण कार्य न कराए जाने का अनुरोध करते आ रहा है परंतु अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं लगातार शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य करवाये जा रहे है तथा वर्तमान में पी0 एफ0 एम0 एस0 का आँन लाँयन का कार्य यू डाइस में बच्चों का डाटा ऑनलाइन अपडेट का कार्य भी शिक्षकों से कराया जा रहा है जिसके लिए शिक्षकों को मजबूर होकर साइबर कैफे में बैठना पड़ रहा है जिस कारण विद्यालयों में शिक्षण कार्य बाधित हो रहा है संगठन चाहता है कि शिक्षकों से केवल शिक्षण कार्य ही करवाया जाए अन्य कार्यालय कार्य कार्यालय स्वयं करें।

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परंतु अधिकारी स्कूल गंभीरता से नहीं ले रहे हैं अगर यही प्रक्रिया भविष्य में भी जारी रहती है तो संगठन के पास केवल आंदोलन का ही रास्ता बचता है शीघ्र ही शिक्षकों के लंबित प्रकरणों का निस्तारण एवं शिक्षकों को गैर शिक्षण कार्य से मुक्त नहीं किया जाता है तो उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन जनपद नैनीताल उग्र आंदोलन हेतु बाध्य होगा|

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