महाकाली युवा क्लब (एमवाईसी) का 39 वर्ष का स्वर्णिम सफर-वर्ष 1982 से गंगोलीहाट में होने लगे थे फुटबॉल के टूर्नामेंट-
वर्ष 1982 में पहली बार एमवाईसी और व्यापार संघ ने कराई थी चल बैजयंती फुटबॉल प्रतियोगिता
भगवत दा मैमोरियल चल बैजयंती फुटबॉल टूर्नामेंट कई साल चला
वर्ष 1998 से महाकाली स्पोर्ट्स क्लब करा रहा निरंतर प्रतियोगिता
हरगोविन्द रावल
गंगोलीहाट कां फुटबॉल प्रतियोगिता से 39 वर्ष पुराना नाता है। पहली बार मां महाकाली की धरती पर उसी मां के नाम से बने श्री महाकाली राजकीय इंटर कॉलेज के खेल मैदान में महाकाली युवा क्लब और गंगोलीहाट व्यापार संघ के सहयोग से चल बैजंती फुटबॉॅल प्रतियोगिता का आगाज हुआ।
अतीत पर नजर डालें तो वर्ष 1982 में महाकाली युवा क्लब और गंगोलीहाट व्यापार मंडल की ओर से आयोजित चल बैजयंती फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 1982 में महाकाली युवा क्लब का गठन किया गया। श्री कल्याण सिंह धानिक अध्यक्ष, स्वर्गीय राम सिंह रावल संरक्षक, विक्रम सिंह धानिक कोषाध्यक्ष, नरेंद्र रावल, रणवीर रावल, गजेंद्र धानिक,ब्रजेश जोशी , दुर्गादत्त पंत को व्यस्थापक की जिम्मेदारी दी गई।
वर्ष 1986 में हुई फुटबॉल प्रतियोगिता में ६ टीमों ने प्रतिभाग किया था। फुटबॉल प्रतियोगिता को लेकर गंगोलीहाट के लोगों में जबरदस्त उत्साह रहता था। प्रतियोगिता के उद्घाटन के दिन से ही रावलगांव, हाट, हनेरा, कुंजनपुर, लाली, खतेड़ा, चोढियार, पतारबाड़ा, पुनौली नजदीकी गांवों के साथ ही दशाईथल, सुनारगांव, उप्राड़ा, जजुट, पिपलेत, जजौली, कोठेरा, भंडारीगांव, जाखनी, भामा, झड़कोठेरा, सिमलकोट आदि गांवों से लोग फुटबॉल मैचों के दीदार के लिए पहुंचते थेे। फुटबॉल के प्रति ऐसा क्रेज हो गया था कि जीआईसी के विद्यार्थी छुट्टी होने के बाद घर जाने के स्थान पर फुटबॉल मुकाबले का लुत्फ उठाने के लिए मैदान के इर्दगिर्द मोरपंखी की छांव में बैठ जाते थे।
उस दौर में नरेंद्र रावल, कल्याण सिंह रावल, रणवीर सिंह रावल, गणेश रावल ,नरेंद्र रावल द्वितीय, जीवन धानिक (गडाम), केशव उप्रेती, गणेश सिंह रावलद्वितीय , पृथ्वीराज बोहरा, राजेंद्र सिंह बोरा (गुड्ड)ू, विक्रम सिंह रावल, जगदीश बिष्ट, देवराज साह, प्रह्लाद सिंह धानिक (भाटिया) पूूरन नेगी (कपिल), महेश चंद्र पाठक (एमसी गुरु), नवीन चंद्र पाठक, चंद्र सिंह (हाट), मदन राम (कपट) राजेंद्र बोरा, षष्टी रावल, महेश लाल साह, महादेव बिष्ट, जगदीश सिंह बिष्ट, गिरीश लाल वर्मा आदि प्रमुख खिलाड़ी हुआ करते थे। रावलगांव के डेकाथलन (10 गेम) के नामी खिलाड़ी सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी राजेंद्र सिंह रावल का गंगोलीहाट के खिलाडिय़ों का मार्गदर्शन मिलता रहा। वह स्वयं भी रावल इलेवन की टीम से लंबे समय तक खेलते रहे। फुटबॉल के सीजन में अवकाश पर आते थे।
उसके बाद दूसरी पीढ़ी के खिलाडिय़ों में मनोहर सिंह रावल, दीवान सिंह धानिक (पप्पू), , नरेंद्र रावल, ,गणेश बोहरा, पीएल साह, मुरारी लाल साह, नवल रावल, गणेश रावल खंपा, हरीश धानिक, बलवंत महरा, -छिमा रावल, शंकर साह, पीएल साह, घनश्याम साह आदि उम्दा खिलाड़ी गंगोलीहाट को मिले।
*छिमालदेवी युवा क्लब (सीवाईसी) ने भगवत दा मैमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट का कुछ वर्र्षों तक आायोजन किया। वर्ष 1998 तक प्रतियोगिता के आयोजन में गंगोलीहाट जल निगम और जीआईसी गंगोलीहाट का अहम योगदान रहा। इसी बीच हीरेन्द्र रावल , हरगोविन्द रावल , स्वर्गीय कमल रावल , गजेंद्र रावल ,मुकेश रावल ,शंकर शाह ने भी गंगोलीहाट के फुटबाल प्रतियोगिता में अपना योगदान दिया । वर्ष 1998 से महाकाली स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष गजेंद्र रावल के नेतृत्व में फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन करा रही है। प्रतियोगिता में बेरीनाग समेत क्षेत्र की तमाम टीमें प्रतिभाग करती थीं। बेरीनाग के टीम के महेंद्र–उक्कू आदि उम्दा खिलाड़ी थे। इस बार क्लब ने गंगोलीहाट के बेहतरीन खिलाड़ी हरीश बोरा की स्मृति में हरदा मैमोरियल फउटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया। हरदा का निधन इसी वर्ष हुआ है।
-वर्ष 1987 में रावल इलेवन का आगाज
वर्ष 1987 में महाकाली रावल इलेवन का आगाज हुआ। शुरूआत में इस टीम का नाम घूसादेवी क्लब था। टीम गठन में एमवाई के कप्तान नरेंद्र रावल, स्वर्गीय हीरा सिंह रावल (हरदा), स्वर्गीय बची सिंह रावल,स्वर्गीय शोबन सिंह रावल ने अहम योगदान दिया। चल बैजयंती फुटबॉल प्रतियोगिता में वर्ष 1982 से 87 तक लहगातार एमवाईसी का कब्जा रहा। वर्ष 1988 में संयुक्त रूप से बेडरीनाग और एमवाईसी विजेता रहे। वर्ष 1989 में सीवाईसी (छिमालदेवी युवा क्लब) ने भगवत दा मैमोरियल फुटबॉल प्रतियोगिता का आोजन किया। दो बार प्रतियोगिता चामुंडा युवा क्लब हनेरा ने प्रतियोगिता पर कब्जा किया। एक बार जीआईसी ने प्रतियोगिता जीती।
बाहरी क्षेत्रों में भी दिखाई गंगोलीहाट के फुटबॉलरों ने धमक
*गंगोलीहाट के फुटबॉलरों ने बाहरी क्षेत्रों में भी धमक दिखाई। उस दौर में गंगोलीहाट की टीम फुटबॉल प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए बागेश्वर जाती रहती थी। गंगोलीहाट की एमवाईसी की टीम ने वर्ष 1991 में बागेश्वर में नैनीताल, अल्मोड़ा स्टेडियम की टीमों को हराकर सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। वही महाकाली स्पोर्ट्स क्लब ने बताया कि महाकाली स्पोर्ट्स क्लब (एमएससी) गंगोलीहाट में फुटबॉल प्रतियोगिता के संचालन में सहयोग देने वाले लोगों और खिलाडिय़ों को हर वर्ष सम्मानित करेगा।
इस बार सम्मानित होने वाले लोग-
कल्याण सिंह धानिक,
दुर्गा दत्त पत,
गिरीश जोशी,
कालिका रावल,
नरेंद्र सिंह रावल,
कल्याण सिंह रावल,
राजेंद्र सिंह बोहरा,
नरेंद्र सिंह रावल (द्वितीय),
गणेश सिंह बोहरा,
नरेंद्र मेहता,
विरेंद्र सिंह महरा,
गिरीश वर्मा,
देवराज साह,
विजय वर्मा,
तारा सिंह धानिक,
कपिल नेगी,
षष्टी रावल,
जगदीश सिंह,
स्वर्गीय हरीश बोहरा को सम्मानित किया जायेगा । वही 1998 से वर्तमान तक महाकाली स्पोर्ट्स क्लब के गजेंद्र रावल , जीवन सिंह नेगी , त्रिभुवन सिंह बिष्ट , षस्टि सिंह रावल , मनोहर सिंह रावल , दीपक रावल , ऋषभ रावल , दीपू रावल , पप्पू रावल , गिरीश रावल , हरीश रावल , बब्लू पांडेय , घनश्याम शाह व दीपक आर्य अनवरत रूप से इस टूर्नामेंट का आयोजन बखूबी ढंग से कर रहे हैं ।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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