दो से दस वर्ष की कन्या पूज्यनीय : व्यास -भागवत कथा में कथा सुनने उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

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कविता रावल
गंगोलीहाट क्षेत्र के प्रसिद्ध चामुंडा धाम मंदिर में श्रीमद् देवी भागवत कथा जारी है। पाचवे दिन शुक्रवार को भागवत कथा में कथा के व्यास डा. योगेंद्र प्रसाद जोशी नवल ने कन्या पूजन के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला कहा की दो से दस वर्ष की कन्या पूज्यनीय है जबकि 1 वर्ष से कम उम्र की कन्या जिसे गंध का ज्ञान नहीं है उसका पूजन नहीं करना चाहिए । कन्या पूजन के साथ बटुक के पूजन पर भी विस्तार से प्रकाश डाला ।उन्होंने कृष्णावतार एवं वासुदेव देवकी के पूर्व जन्म पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।

इससे पूर्व नित्य की भांति मंदिर के मुख्य पुरोहित गिरीश चंद जोशी ने मुख्य यजमान विरेंद्र सिंह बोरा को सपत्नीक विधि-विधान से मां चामुंडा एवं भैरव देव की पूजा-अर्चना कराई। प्रतिदिन की तरह कथा के पश्चात महा निराजन, कन्या पूजन व ब्रह्म भोज के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। वहीं देर रात तक कई भक्त मंडलियों की टोलियो द्वारा भजन कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है। इससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा है। चामुंडा मंदिर कमेटी ने सभी भक्तों से भागवत कथा श्रवण करने एवं प्रतिदिन प्रसाद गण करने का आग्रह किया है।

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