बद्रीनाथ स्वामी ने मां भगवती को दिया भिटौला

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-कनारा गूंथ जय देवी कनारा मंदिर में नवरात्रि के प्रथम दिन सदियों से चली आ रही है भिटौला देने की परंपरा

-बद्रीनाथ व मां देवी कनारा का डोला पूरे गांव में देवडांगरों के अवतरण के साथ घुमाने की है परंपरा

कविता रावल
गंगोलीहाट। कुमाऊं का एकमात्र बद्रीनाथ स्वामी का मंदिर गंगोलीहाट से 16 किमी की दूरी पर पिथौरागढ़ रोड में वीर चक्र से सम्मानित स्व सुबेदार शेर सिंह भंडारी के गांव कनारा गूंथ में सदियों से मौजूद बद्रीनाथ स्वामी का मंदिर विराजमान हैं। तो वहीं कनारागूंथ के गांव में देवी मंदिर स्थित है। वीर चक्र सम्मानित स्व भंडारी के पुत्र सेना से लगभग 20 वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त होकर अपने गांव आए। उनके द्वारा 17 वर्ष पूर्व चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन भगवान बद्रीनाथ स्वामी द्वारा चैत के माह में मां देवी को भिटौली देने की परंपरा को भव्य रूप दिया गया ।

जिसमें गांव के समस्त भंडारी परिवार मां देवी को भिटौली के रुप में पूरी, हलवा व प्रसादी का भंडारा चढ़ाते हैं। रविवार को प्रातः 9 बजे से मुख्य संरक्षक भीम सिंह भंडारी , सह संरक्षक ठाकुर सिंह भंडारी ,कमेटी अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह भंडारी , उपाध्यक्ष राम सिंह भंडारी , महासचिव महिपाल सिंह भंडारी , आयोजक बसंत सिंह भंडारी , सह आयोजक संजय सिंह भंडारी , मीडिया प्रभारी सूरज सिंह भंडारी , निरंजनी अखाड़े के श्री महंत स्वामी सर्वेश्वर गिरी संपूर्ण गांव के साथ बद्रीनाथ स्वामी मंदिर पहुंचे। वहां से बद्रीनाथ स्वामी का डोला देवी मंदिर पहुंचा। तत्पश्चात देवी मंदिर से एकसाथ देवी व बद्रीनाथ स्वामी का डोला ढोल नगाड़ों के साथ गांव के समस्त घरों में गया। फिर देवी का डोला उनके मूल मंदिर तक जयकारों के साथ लाया गया। जिसमें कलश यात्रा , देवडांगर , साधु संत , ग्रामीण महिलाएं, युवा व वृद्धजन शामिल रहे। मंदिर के पुजारी किशोर सिंह भंडारी ने बताया कि देर रात तक भक्तों ने प्रसाद ग्रहण कर मंदिर में रात्रि जागरण आयोजित किया ।

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वहीं मंदिर के संरक्षक भीम सिंह भंडारी ने बताया कि कुमाऊं में चैत मास में भाई विवाहित बहन को भेंट स्वरुप भिटौला दिया जाता है यह परंपरा भगवान बद्रीनाथ स्वामी द्वारा मां देवी कनारा को देने की प्रथा धार्मिक मान्यता के अनुसार आज भी कनारा गांव में आज भी विद्यमान है। इस अवसर पर गांव की महिलाओं ने झोड़ा चांचरी का मनमोहक गायन करते हुए क्षेत्र की खुशहाली व विश्व शांति की प्रार्थना की। वहीं भंडारी ने बताया कि देर रात हरु सैम मंदिर में रात्रि जागा का आयोजन होगा। जिसमें गंगोलीहाट क्षेत्र के दर्जनों गांव के भक्त मौजूद रहेंगे।उन्होंने कहा की कनारा गूंथ के प्रसिद्ध भिटौली पर्व को अगले वर्ष और भी भव्य स्वरूप दिया जाएगा।

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