उद्यान मंत्री जोशी ने दिए भ्रष्टाचार में लिप्त निदेशक हरमिंदर के खिलाफ जांच के आदेश
एस आर चंद्रा
भिकियासैण (अल्मोडा़) उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने भ्रष्टाचार में लिप्त निदेशक हरमिंदर सिंह बवेजा के जांच के आदेश दे दिए हैं इसके लिए उन्हें सामाजिक कार्यकर्ता दीपक करगेती ने साधुवाद दिया, लेकिन वे कहते हैं कि दुर्भाग्य का विषय है कि बवेजा द्वारा सभी फाइलों/पत्रावलियों के साथ लगातार छेड़ छाड़ की जा रही है,यहां तक कि आज भी उद्यान निदेशालय चौबटिया से -24 किलो के कट्टे में पत्रावलियां भरकर यहां मंगवाई गई है, ज्येष्ठ उद्यान निदेशक मोहन सिंह भैसोड़ा आज रानीखेत से यहां पत्रावलियां लेकर पहुंचे हैं।आखिर ये पत्रावलियों से छेड़छाड़ नहीं तो और क्या है। मा मुख्यमंत्री जी से इतना ही आग्रह करना चाहता हूं कि जब सचिवालय में भर्ती घोटाले की निष्पक्ष जांच के विधानसभा सचिव को छुट्टी भेजा जा सकता है तो ऐसे उद्यान निदेशक को क्यों नहीं, जो लगातार पत्रावलियों से छेड़छाड़ कर रहा है। सभी पत्रकार बंधुओं के समक्ष बागेश्वर के समाजसेवी गोपाल बनवासी की एक एफआईआर का जिक्र करना भी जरूरी हैं,जिसमें गोपाल द्वारा डीजीपी महोदय अशोक कुमार को निदेशक द्वारा की जा रही मनमानी भर्तियों की तहरीर दी है, उसमें स्पष्ट तौर पर जिन कर्मचारियों के बच्चों को बवेजा द्वारा मनमाने तरीके से नौकरी पर रख दिया गया है, उनका नाम सम्मिलित हैं जिसपर सीओ बागेश्वर के माध्यम से बनवासी ने जिन नामों का खुलासा किया है वे हैं।
मैंने प्रारंभ से कहा था कि वर्तमान निदेशक को निदेशालय से कोई लेना देना ही नहीं पिछली बार ये आठ महीने बाद निदेशालय पहुंचे थे,और अब पांच महीने होने को हैं निदेशक यहां झूठे मुकदमे लगवाने में तो पूरा समय दे रहे हैं,लेकिन निदेशालय जाने के इच्छुक नहीं हैं।
कार्मिक विभाग और वित्त विभाग से बिना स्वीकृति लिए ही निदेशक ने एक संविदा कर्मी को एरियर के तौर पर -14 लाख से अधिक की धनराशि का भुगतान कर दिया गया है, इनके भ्रष्टाचार यही नहीं रुक रहे हैं, माननीय मुख्यमंत्री जी इनके द्वारा महिला उत्पीड़न की झूठी एफआईआर जिसमें कि अभी तक माननीय न्यायालय ने मुझे दोषी सिद्ध नहीं किया है, उसे उद्यान निदेशालय चौबटिया के सरकारी मद से विज्ञापन के रूप में – सितंबर २०२२ को अमर उजाला में और ६ सितंबर को दैनिक जागरण में निकाल दिया गया।इससे यह तो स्पष्ट है कि निदेशक को अब आपका भी भय नहीं रहा और न ही उद्यान में बने नियम कानूनों का। इस मौके पर
सामाजिक कार्यकर्ता दीपक करगेती के साथ ही
उषा कोठारी राज्य आंदोलन कारी,सामाजिक कार्यकर्त्ता पूजा चमोली,सामाजिक कार्यकर्ता मेनका रावत,उर्मिला मेहरा राज्य आंदोलनकारी मीनाक्षी घिंगड़ियाल आदि उपस्थित रहे।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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