जिला सहकारी बैंकों को सौ महिला स्वयं सहायता समूह बनाने का दिया लक्ष्य  

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देहरादून। सहकारिता निबंधक आलोक पाण्डेय ने दस जिला सहकारी बैंकों को सौ नये महिला स्वयं सहायता समूह बनाने के निर्देश दिए हैं। निबंधक आलोक पाण्डेय ने बुधवार को निबंधक कार्यालय सभागार मियाँवाला देहरादून में राज्य के जिला सहकारी बैंक के सचिव एवं महाप्रबंधक की समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों व एमपैक्स द्वारा फंडेड स्वयं सहायता समूह कुछ अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा बैंकों के जीएम 100 नए महिला स्वयं सहायता समूह को बनाएं, उनसे 1000 महिलाएं जुड़ेंगी। उनके प्रोडक्ट बाजार में बिकने से वह आत्मनिर्भर बनेंगी। निबंधक पांडेय ने सचिव एवं महाप्रबंधकों को निर्देश दिए कि वह ऋण वसूली के लिए विशेष रूप से अभियान चलाएं।

उन्होंने कहा कि जो खाते एनपीए हो गए हैं उन पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंक कॉपरेटिव दून सिल्क बाजार को आगे बढ़ाएं। बैंक हित में उनकी चीजें खरीदें। 

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बैठक में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक वीके बिष्ट ने कहा कि कोऑपरेटिव सेक्टर के अधीन हो रहे कार्यों को बढ़ाने के लिए नाबार्ड मदद के लिए तत्पर है। मुख्य महाप्रबंधक ने कहा कि कोऑपरेटिव सेक्टर में दिया जा रहा एसटी और एसटी का ऋण राज्य में बंटना कम हो रहा है जो कि चिंता की बात है। इसमें आ रही दिक्कतों का समाधान किया जाएगा। मुख्य महाप्रबंधक बिष्ट ने कहा कि कॉपरेटिव बैंक और समितियां एफपीओ बनाने पर ध्यान दें। कृषि,उद्यान से संबंधित एफपीओ के लिए नाबार्ड मदद करेगा। एक जिले में दो एफपीओ बनाने अनिवार्य हैं जिसके लिए नाबार्ड 21 लाख रुपए तक मदद करेगा। मुख्य महाप्रबंधक बिष्ट ने कहा कि  सहकारी समिति के भवनों को बनाने के लिए नाबार्ड अनुदान के रूप में मदद करेगा। उन्होंने महाप्रबंधक एवं सचिव से कहा कि वह भवनों को मॉडल के रूप में बनाने के लिए रजिस्टर के माध्यम से प्रस्ताव भेजें।नाबार्ड उसके लिए शीघ्र धन देगा।

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उन्होंने कहा कि जिला सहकारी बैंक वी- सेट लगाने के लिए नाबार्ड से ग्रांट ले सकते हैं।सहकारिता के लिए ट्रेनिंग भवन बनाने,जिला सहकारी बैंकों की ब्रांच में नए कंप्यूटर सेट लगाने, वित्तीय साक्षरता गोष्ठी में कोऑपरेटिव बैंकों का प्रचार- प्रसार करने के लिए बैग बनाने व अच्छे संदेश बनाने पर चर्चा हुई।बैठक में अपर निबंधक ईरा उप्रेती, संयुक्त निबंधक एमपी त्रिपाठी, प्रबंध निदेशक राज्य सहकारी बैंक नीरज बेलवाल, डीजीएम नाबार्ड भूपेंद्र कुमावत, जीएम सीके कमल, जीएम पौड़ी गढ़वाल सूर्य प्रताप सिंह, डीजीएम वंदना लखेड़ा के अलावा दस जनपदों के सचिव एवं महाप्रबंधक मौजूद थे।

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