महाकाली मंदिर में महापूजा का आयोजन, हजारों भक्तों ने किया प्रसाद ग्रहण
कविता रावल
-शनिवार की सुबह तीन बजे तक चलता रहा प्रसाद ग्रहण करने का कार्यक्रम
-केवल रावल पुजारी ही कर सकते हैं महापूजा का आयोजन
विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां महाकाली के दरबार में शुक्रवार की सुबह से शनिवार तक महापूजा का आयोजन हुआ। मंदिर में प्रातः काल से ही विधि विधान से पूजा अर्चना प्रारंभ हुई । मां को पंचामृत स्नान के लिए प्रातः चार बजे रामेश्वर के पवित्र संगम से जल लाया गया और क्षेत्र के समस्त मंदिरों में ब्राह्मणों द्वारा पूजा अर्चना की गई । शक्तिपीठ महाकाली मंदिर में सात्विक व तामसिक दोनों प्रकार से पूजा अर्चना की जाती है। इस विशिष्ट महा पूजा का आयोजन केवल रावल उपजाति के लोग मनोकामना पूर्ण होने पर करते हैं। वही महा पूजा करने वाले रावल परिवार को प्रात काल में प्रसिद्ध जाह्नवी नौले में स्नान करना पड़ता है। उसके बाद नित्य की तरह मंदिर में पूजा अर्चना की जाती है और मंदिर के मुख्य पुरोहित पंकज पंत व दीप पंत द्वारा दिन भर विधि विधान से पूजा अर्चना कराई जाती है । दोपहर के बाद 108 ब्राह्मणों द्वारा हवन किया गया ।
इस बार महा पूजा का आयोजन पूर्व प्रधान देव सिंह रावल पुत्र स्वर्गीय घूर सिंह रावल परिवार की ओर से महाकाली मंदिर में आयोजन किया गया । वही देर रात्रि को मां को भोग लगने के बाद कन्या पूजन व महात्मा पूजन किया गया । इस दौरान महापूजा में शामिल हुए हजारों भक्तों ने मां महाकाली की पवित्र धूनी में रात भर भजन गाकर मां महाकाली की आराधना की । उसके बाद हजारों भक्तों ने मां महाकाली के प्रांगण में प्रसाद ग्रहण किया । शनिवार की सुबह देव सिंह रावल व उनके परिवार द्वारा मां को पंचामृत स्नान कराया गया और गोदान किया गया। तत्पश्चात ढोल नगाड़ों के साथ रावल का परिवार मंदिर से घर को प्रस्थान हुआ ।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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