नैनीताल जिपं चुनाव मामले में आधा दर्जन से अधिक पुलिस अधिकारियों और कर्मियों पर गाज गिरी

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नैनीताल। नैनीताल जिला पंचायत चुनाव प्रकरण को लेकर अब नैनीताल पुलिस एकटिव मोड में नजर आती दिख रही है। मामले में पुलिस की ओर से जिला पंचायत के  अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनाव के दौरान 5 सदस्यों के अपहरण प्रकरण में पुलिस विभाग पर बड़ी कार्रवाई की है। मामले में आधा दर्जन से अधिक पुलिस अधिकारियों और कर्मियों पर गाज गिरी है।

बता दें कि चुनाव की पूर्व रात्रि में लापरवाही बरतने पर एएसआई उदय सिंह राणा को निलंबित कर दिया गया है वहीं सीओ प्रमोद साह का आईआरबी देहरादून और तल्लीताल एसओ रमेश सिंह बोहरा का अल्मोड़ा तबादला कर दिया गया है। इसके अलावा बवाल के दौरान मूकदर्शक बने कांस्टेबल अमित चौहान को भी निलंबित कर दिया गया है। जिला पंचायत रोड पर ड्यूटी दे रहे एक कांस्टेबल तथा एक महिला कांस्टेबल और एक अग्निशमन कर्मी को लाइन हाजिर किया गया है जबकि मौके पर तैनात पीएसी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुखयालय को पत्राचार किया गया है।

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मामले को लेकर नैनीताल में वीरवार को  पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता कर एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि चुनाव के दौरान बिगड़ी कानून व्यवस्था से विभाग की छवि को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एसएसपी ने बताया कि तल्लीताल थाने में अब तक 6 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। आरोपितों की पहचान के लिए विशेष टीमें लगाई गई हैं और वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेनकोट गैंग हो या किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा व्यक्ति, दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी के पास घटना से संबंधित वीडियो या अन्य साक्ष्य हों तो उसे तत्काल मुहैया कराएं।

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