मॉसी- परथोला सड़क निर्माण के लिए ग्रामीण सड़क पर लगातार आज छठे दिन भी धरने पर जमे रहे-
एस आर चंद्रा
भिकियासैण। मांसी-गैरखेत रोड पर सड़क बनाने को लेकर ग्रामीणों का धरना आज छठे दिन भी जारी रहा। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत स्वीकृत मासी -परथोला 6 किलोमीटर तक सड़क का निर्माण कार्य बीच में रोकने से नाराज स्थानीय ग्रामवासियों का धरना लगातार छठे दिन भी जारी रहा। धरना स्थल पर बैठे आंदोलनकारियों ने शासन- प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि प्रशासन की नाकामी और स्थानीय विधायक,जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी की अनदेखी और आपसी सांठगांठ से मासी से परथोला तक की सड़क बीच से ही रोक दी गई है। आंदोलनकारियों ने छुब्ध व आक्रोशित हो कर कहा कि लगातार छठे दिन भी धरना जारी है,लेकिन प्रशासन का कोई नुमाइंदा झांकने तक नहीं पहुंचा। इस विषय पर स्थानीय विधायक मदन सिंह बिष्ट से बात हुई लेकिन उन्होंने भी सड़क नहीं बनने का ठीकरा भी उपजिलाधिकारी के सर फोड़ दिया। धरने पर बैठे आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक प्रशासन की नींद नहीं खुलती आंदोलन जारी रहेगा। बता दें कि इस आंदोलन को अनेकों गांवों के जनप्रतिनिधियों का भी समर्थन और सहयोग तीव्रता के साथ मिल रहा है।
परथोला,गोगता, चौना, कनोनी, गाजर सहित विभिन्न गांव के लगभग 5 दर्जन ग्रामीण धरने में बैठ गए हैं। प्रदर्शनकारियों और आंदोलनकर्ता मासी भूमिया मंदिर तिराहे पर एकत्रित होकर नारेबाजी और प्रदर्शन करते हुए कह रहे है कि यदि जल्दी ही सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो,शासन- प्रशासन की ईंट से ईंट बजाने के लिए सड़कों पर आकर चक्का जाम करते हुए आंदोलन की रणनीति बदलनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि बार-बार विभाग व प्रशासन द्वारा दूरस्थ गांव के लोगों को छलावा किया जाना ठीक नीति नहीं है।आंदोलनकारियों का समर्थन करते हुए कुछ सामाजिक संगठनों का कहना है कि जब तक सवा किलो मीटर से आगे को निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जाता है आंदोलन जारी रहेगा , और अब इस आंदोलन को दिल्ली या अन्य राज्यों में रहने वाले नाते रिश्तेदारों का भी समर्थन मिलने लगा है। आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली और अन्य राज्यों में भी आमरण अनशन के साथ चक्का जाम करने को मजबूर होना पड़ेगा।
छठे दिन मुख्य रूप से आंदोलन के संयोजक सीताराम जुयाल, बसंती देवी ,भगवत सिंह रावत,तारा देवी, पुष्कर सिंह, उम्मेदी राम, उमेश सती, दीपक कुमार, बालम सिंह नेगी ,कुंवर सिंह बंगारी ,लता बंगारी, रमोती देवी, गोपाल सिंह रावत, पूरन सिंह,दयासागर देवतल्ला, शिव दत्त जुयाल, सतेंद्र रोशन,भावना जुयाल, गोपाल दत्त, राम सिंह बंगारी,भगवती देवी,किरण के अलाव भारी संख्या में अनेकों गांवों की महिलाएं उपस्थित रहीं।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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