अनिवार्य स्थानांतरित हुए शिक्षकों की प्रत्यावेदन निस्तारण करने में भी पक्षपात पूर्ण व्यवहार : पडियार
हल्द्वानी। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ नैनीताल के जिला मंत्री डिकर सिंह पडियार ने विभाग पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि अनिवार्य स्थानांतरित हुए शिक्षकों की प्रत्यावेदन निस्तारण करने में भी पक्षपात पूर्ण व्यवहार शिक्षकों के साथ हुआ है, जिनके पास कोई आयोग नहीं तो क्या उनके प्रत्यावेदन निस्तारित नहीं होंगे, उनकी नहीं सुनी जाएगी यह सरासर गलत है। अन्य कई लोग भी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं उन्होंने भी अपने प्रत्यावेदन दिए थे, उनके प्रत्यावेदनो पर किसी भी प्रकार की सुनवाई जनपद के मुख्य शिक्षा अधिकारी ने न करते हुए उन्हें एक तरफा स्थानांतरित विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने हेतु आदेश पारित दिए गए हैं।
साथ ही शिक्षकों द्वारा जो विकल्प भरे गए थे उन्हें उस विकल्प पृथ्वी प्रतिवेदन दिया गया था, जबकि वह विद्यालय इस समय भी खाली हैं उनको वह विद्यालय आवंटित नहीं किया जा रहा है। जनपद में कई विद्यालयों में रिक्तियां भी छुपाई गई हैं क्या ऐसे अधिकारियों पर भी समय रहते कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि 30से 35 वर्षों तक दुर्गम में अपनी सेवाएं दे रहे शिक्षकों को भी रिक्त पद न होने के कारण दर्शाते हुए स्थानांतरण से वंचित किया जाना स्थानांतरण अधिनियम 2017 का खुला उल्लंघन है। इस तरह के पक्षपातपूर्ण व्यवहार का उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन पुरजोर विरोध करेगा।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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