वर्कचार्ज की सेवा का दें ग्रेज्युटी व पेंशन – सचिवालय से सेवानिवृत्त कर्मी ने सीएम धामी से लगाई न्याय की गुहार
हल्द्वानी। उत्तराखंड सचिवालय में सहायक समीक्षा अधिकारी पद से सेवानिवृत्त देवेन्द्र पाठक ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को पत्र लिखकर वर्कचार्ज की सेवा को जोड़कर ग्रेज्युटी व पेंशन का लाभ देने की अपील की है। पाठक ने कहा कि उन्होंने उपलब्ध साक्ष्यों के साथ प्रार्थना पत्र सचिव, सचिवालय प्रशासन को प्रेषित किया है, जबकि प्रार्थी की सेवा से संबन्धित समस्त अभिलेख सचिवालय प्रशासन विभाग एवं इस्ला चैक में उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि वित्त विभाग ने प्रकरण को जान बूझकर उलझाने के उद्देश्य से मेरे प्रकरण को मेरे पूर्ववर्ती सिंचाई विभाग को भेजा। उसके बाद वित्त विभाग ने ग्रेज्युटी एवं अवशेष पेंशन का लाभ देने से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि वह 1978 से 1983 तक उप्र सरकार के प्रशासकीय नियन्त्रणाधीन सिंचाई विभाग पिथौरागढ़ में वर्कचार्ज में अनवरत रूप से कार्यरत रहने के उपरान्त 1983 को लिपिक पद पर नियुक्त हुए तथा 2003 को उत्तराखण्ड शासन के ऊर्जा अनुभाग में सम्बद्ध एवं पुन: सचिवालय सेवा में रहे और 2014 को सेवानिवृत्त हुए। अर्हकारी सेवा 33 वर्ष से कम होने के कारण उन्हें 30 वर्ष 11 माह की अर्हकारी सेवा के आधार पर ग्रेज्युटी एवं पेंशन स्वीकृत की गयी, जबकि वर्ष 2020 में सचिव सिंचाई भूपेन्दर कौर ने सिंचाई विभाग एवं लोक निर्माण विभाग में वर्कचार्ज में कार्यरत कर्मचारियों की सेवा को सम्मिलित करने का शासनादेश लागू किया था, जिसके बाद उन्होंने अपनी वर्कचार्ज की सेवा को जोडऩे का अनुरोध करते हुए सचिव, सचिवालय प्रशासन को कई बार प्रार्थना पत्र भेजा, लेकिन वित्त विभाग बार-बार उनकी जायज मांगों को ठुकरा रहा है। उन्होंने सीएम से प्रकरण में न्याय की अपील की है।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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