पक्षियों के संरक्षण के लिए एकजुट हो रहे हैं सामाजिक कार्यकर्ता, हेम चन्द्र खोलिया बने गौरैया संरक्षण मंच के कुमाऊं संयोजक

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हल्द्वानी।

विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के विलुप्त होने और जैव विविधता पर पड़ रहे दुष्प्रभाव को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड गौरैया संरक्षण मंच के प्रदेष समन्वयक डॉ० किशोर कुमार पंत द्वारा सामाजिक और पर्यावरणीय क्षेत्र में हेम खोलिया के कार्यों को देखते हुए उन्हें कुमाऊ संयोजक का दायित्व सौंपा गया। साथ ही अल्मोड़ा जिले के लिए कृष्णा धानक और सहसंयोजक भावना शर्मा को चुना गया।

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इस अवसर पर श्री हेम खोलिया ने बताया कि मानव सभ्याता को बचाये रखने हेतु प्रत्येक जीव जन्तु पशु पक्षी का संरक्षण अनिर्वाय है। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में घोसले बनवाकर घोंसले बाटने का कार्य किया जाए। साथ ही खाली भूमि में सीजन के अनुसार बीजा रोपण कर पक्षियों की भोजन व्यवस्था व जल प्रबंधन की दिशा में कार्य कर उनके संरक्षण हेतु जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। श्रीमती मीना खोलिया द्वारा बताया गया कि अत्यधिक रासायनिक खादों का प्रयोग, कुड़ा निस्तारन प्रबंधन का सही ना होना, मोबाईल टावर, अन्य प्रजाति के जानवरों द्वारा घोसलों को क्षतिग्रस्त किये जाने के कारण भी पक्षियों की संख्या में गिरावट आई है।

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अभिलाषा समिति पिथौरागढ़, उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉ० किशोर कुमार पंत नैतृत्व में शुरू हुई इस मुहिम में उत्तराखंड भर से सामाजिक कार्यकर्ताओं के जुडने का सिलसिला जारी है। इस अवसर पर गौरांग महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा इस पुनीत कार्य में सहयोग करने की बात कही गई। श्रीमती मीना खोलिया, कु० चन्द्रा मिश्रा, भुवन पंत, राजु तिवारी, अभिषेक खोलिया, अभिनव आदि द्वारा विचार रखे गये।

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