मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्स कर्मचारियों की हड़ताल जारी, मरीज परेशान
अल्मोड़ा। मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध बेस चिकित्सालय में तैनात आउटसोर्स कर्मचारियों की हड़ताल बृहस्पतिवार को भी जारी रही। हड़ताल के चौथे दिन भी कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया। विदित हो कि बेस चिकित्सालय में तैनात आउटसोर्स कर्मचारियों को पिछले चार माह से मानदेय नहीं मिला है। बेस अस्पताल में करीब 72 आउटसोर्स कर्मचारी हैं जिनके पद सृजित नहीं हैं और वह कार्य कर रहे हैं। लंबे समय से मानदेय देने व पद सृजन की मांग कर रहे कर्मचारियों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है।
कर्मचारियों ने बेस अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री व सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया। कर्मचारियों की हड़ताल से बेस अस्पताल में ओपीडी बंद रही। साथ ही अन्य सभी स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। अस्पताल पहुंचे मरीजों व उनके साथ आए तीमारदारों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मरीज और तीमारदार मायूस होकर वापस घर को लौटे। कर्मचारियों का कहना है कि पिछले चार माह से उन्हें मानदेय नहीं मिला है और न ही उनके पद स्वीकृत किए जा रहे हैं।
कर्मचारी मानदेय देने व पद स्वीकृत करने को लेकर की मांग कर रहे हैं। लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन दिए गए। धरने पर बैठे कर्मचारियों का कहना है की मानदेय नहीं मिलने से वह कमरे का किराया, अपने बच्चों की स्कूल-कॉलेज की फीस तक नहीं दे पा रहे हैं। मानदेय मिलने व पद स्वीकृत होने तक वह हड़ताल पर रहेंगे।
कर्मचारियों की हड़ताल से सोमवार को बेस अस्पताल में ओपीडी, साफ सफाई, ऑपरेशन, जांच, बिलिंग समेत अधिकांश स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रही। वही, दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंचे मरीज व उनके तीमारदार भी काफी परेशान नजर आए और अस्पताल में इधर उधर भटकते रहे। अस्पताल में पर्ची काउंटर, बिलिंग काउंटर में मरीज घंटों लाइन में खड़े रहे लेकिन काम कुछ नहीं हुआ। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर सी पी भैसोड़ा ने कहा कि कई कर्मचारियों के पद स्वीकृत नहीं हैं। शासन स्तर पर पद स्वीकृति की कार्यवाही चल रही है।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 फ़ास्ट न्यूज़ के WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ास्ट न्यूज़ के फ़ेसबुक पेज़ को लाइक करें
👉 कृपया नवीनतम समाचारों से अवगत कराएं WhatsApp 9412034119
संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
www.fastnewsuttarakhand.com