दिल्ली से बेटे का इलाज कराने सुशीला तिवारी आई महिला का इकलौता बेटा अस्पताल से गायब

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हल्द्वानी। दिल्ली से हल्द्वानी बेटे का इलाज करने के लिए सुशीला तिवारी पहुंची मां ने जब बेटे को एसटीएच में भर्ती कराया और बेटे का मुफ्त इलाज के लिए वह शपथ पत्र बनाने गई तो बेटा अस्पताल से गायब हो गया। जिसकी काफी खोजबीन की लेकिन उसका जब कोई पता नहीं लगता तो पीड़ित मां ने कोतवाली पहुंचकर अपने इकलौते बीमार बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर युवक की तलाश शुरू कर दी है।जानकारी के अनुसार मेलाघाट भोजीपुरा बरेली निवासी उमा देवी पत्नी स्व. रमेश सिंह ने बताया कि उसका बेटा 36 वर्षीय अमित कुमार के दिमाग में कीड़े हैं। वह दिल्ली में मजदूरी कर अपना व बेटे का पेट पाल रही थी।

वर्ष 2020 में लॉकडाउन जिस दिन लगा, उसी दिन अमित की तबीयत बिगड़ गई। वह बेटे को लेकर खटीमा आ गई। हालत बिगड़ती गई तो बीती 4 जुलाई को वह एसटीएच पहुंची। लेकिन गरीब और आर्थिक तंगी के चलते इकलौते बेटे के लिए इलाज को पैसे नहीं थे।

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जिसके बाद चिकित्सकों ने उसे एक शपथ पत्र बनाकर लाने को कहा। बताया जा रहा कि बेटे अमित को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद वह शपथ पत्र बनाने के लिए खटीमा चली गई। उसी दिन शाम शपथ पत्र के साथ लौटी तो बेटा अस्पताल से गायब था। पीड़ित मां उमा ने बताया दिमाग में कीड़ों की वजह से उसकी मानसिक हालत बिगड़ गई थी। बेटे की गुमशुदगी के बाद से उमा की हालत भी बिगड़ जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने बताया कि 36 वर्ष पहले सुबह बेटा हुआ और शाम अचानक उनके पति की मौत हो गई। बेटा बड़ा हुआ तो गंभीर बीमार ने घेर लिया। इधर कोतवाल उमेश मलिक ने बताया कि गुमशुदगी दर्ज कर युवक की तलाश शुरू कर दी गई है।

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