उपखनिज निकासी का टेंट गाड़कर किया जाएगा विरोध, खनन व्यवसायियों ने दी चेतावनी
–वन विभाग ने खनन निकासी गेट खोल तो दिए लेकिन किसी भी वाहन ने नदी में नहीं किया प्रवेश
हल्द्वानी। गौला नदी के आंवला चौकी, गोरापड़ाव, बेरीपड़ाव व लालकुआं गेट को वन विभाग एवं वन विकास निगम ने विधिवत उपखनिज निकासी के लिए खोल दिया। परंतु पहले दिन चारों गेटों से नदी में कोई भी वाहन नहीं गया।
इस दौरान बेरीपड़ाव गेट के खनन व्यवसायियों ने किया भारी विरोध किया। वन क्षेत्राधिकारी गौला चंदन सिंह अधिकारी, डीएलएम खनन हल्द्वानी वाईके श्रीवास्तव, द्वारा संयुक्त रूप से आंवला चौकी, गोरापड़ाव, बेरीपड़ाव और लालकुआं गेट का विधिवत उद्घाटन कर उक्त गेटों को खोल दिया। इस अवसर पर उप राजिक प्रमोद सिंह बिष्ट, लाल सिंह बिष्ट, भुवन चंद नौटियाल, मुकुल पांडे सैक्सन अधिकारी, वन वन विभाग एवं वन विकास निगम के कई कर्मचारी मौजूद रहे।
वन क्षेत्राधिकारी गौला चंदन अधिकारी ने बताया कि उनके द्वारा चारों खनन निकासी गेटों को खोल दिया गया है, परंतु कोई भी वाहन ने नदी में प्रवेश पहले दिन नहीं किया है, उन्होंने बताया कि खनन व्यवसायियों ने अब तक नवीनीकरण के फार्म भी नहीं खरीदे हैं।
इधर वन विभाग और वन निगम द्वारा आंवला चौकी गेट, गोरापड़ाव गेट, बेरीपड़ाव गेट, लालकुआं गेट के शुभारंभ की खबर जैसे ही वाहन स्वामियों को लगी तो बेरीपड़ाव गेट में भारी संख्या में खनन व्यवसाई एकत्र हो गए और गेट खोलने का विरोध करने लगे। वाहन स्वामियों का कहना है जब तक सरकार द्वारा वाहन स्वामियों की मांगे पूरी नहीं की गई हैं। जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती हैं, कोई भी वाहन गेट के अंदर नहीं जाएगा।
गौला खनन संघर्ष समिति के संयोजक रमेश चंद्र जोशी ने कहा कि अभी तक शीशमहल गेट के अलावा कोई भी गेट में कोई फार्म जमा नहीं हुए हैं। जिस दिन शीशमहल गेट खुलेगा उस गेट पर टेंट गाड़कर गौला खनन संघर्ष समिति अपना आंदोलन करेगी। विरोध करने वालों में बेरीपड़ाव गेट के शंकर जोशी, जीवन बोरा, राकेश जोशी, लक्ष्मण पांडे, पप्पू सुनाल, संजय शर्मा, नवीन जोशी, केवलानन्द पांडे, आनंद पवार, मोहन पांडे सहित कई वाहन स्वामी मौजूद थे।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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