नौ जुलाई को आशा वर्कर्स करेंगी हड़ताल, मुख्यमंत्री से वादे पूरे करने की मांग

हल्द्वानी। उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन (ऐक्टू) की ट्रेड यूनियनों विभिन्न मांगों को लेकर नौ जुलाई को आहूत अखिल भारतीय आम हड़ताल में शामिल होगी। इस दौरान हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में आशा वर्कर्स जोरदार प्रदर्शन करेंगी।
आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन हल्द्वानी ब्लॉक अध्यक्ष रिंकी जोशी ने बताया कि हड़ताल का मुख्य उद्देश्य चारों श्रम कोड वापस लेना है। इसके साथ ही, आशा वर्कर्स न्यूनतम वेतन 35,000 रुपये करने, उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा देने, रिटायरमेंट के समय पेंशन देने, अस्पताल में सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित करने, ट्रेनिंग स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वयं कराए जाने और एनजीओ के हस्तक्षेप को बंद करने की मांग करेंगी।
ट्रेनिंग के लिए प्रतिदिन 500 रुपये का न्यूनतम भुगतान, सभी बकाया राशि का तत्काल भुगतान और हर माह वेतन सीधे खाते में डालने जैसी मांगें भी प्रमुखता से उठाई जाएंगी। जोशी ने केंद्र और राज्य सरकार पर आशा वर्कर्स के आर्थिक शोषण का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें न्यूनतम वेतन और कर्मचारी का दर्जा न देना दुर्भाग्यपूर्ण है। वहीं ब्लॉक सचिव रीना आर्य ने कहा कि आशा वर्कर्स को समय पर भुगतान नहीं मिलता और उन्हें अस्पताल में अपमान भी झेलना पड़ता है, जिससे उनमें गहरा आक्रोश है
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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