बिग ब्रेकिंग…पत्नी को रास्ते से हटाने को दी 5 लाख की सुपारी,पति सहित उसके दो साथी गिरफ्तार
अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए तीन लाख रुपये की सुपारी देने वाले पति सहित उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी उधम सिंह नगर डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि सलविन्दर सिंह पुत्र चन्दन सिंह निवासी ग्राम पतरामपुर, जसपुर ने तहरीर देकर बताया कि उसकी पुत्री कुलविन्दर कौर काशीपुर से वापस घर पतरामपुर आ रही थी कि रास्ते में पुलिस चौकी शिवराजपुर पट्टी से आगे एक सफेद रंग की स्कार्पियो के चालक ने उसकी पुत्री को जान से मारने की नीयत से पीछे से स्कूटी में टक्कर मार दी। जिससे उसकी पुत्री गम्भीर रूप से घायल हो गयी। उसे सन्देह है कि उसकी पुत्री के पति जसपाल सिंह ने उसे मरवाने की कोशिश की है।
सलविन्दर सिंह की तहरीर पर जसपाल सिंह पुत्र जीत सिंह निवासी ग्राम पतरामपुर व चालक के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया। प्रभारी निरीक्षक थाना कुण्डा के नेतृत्व में थाना टीम के साथ एसओजी टीम को शामिल कर सीसीटीवी फुटेज देखने, सर्विलांस से घटना की सत्यता का पता लगाने व अभियुक्तगण की गिरफ्तारी हेतु अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया।
पुलिस टीमों द्वारा सीसीटीवी कैमरो को चैक किया गया तथा वाहन की डिटेल ली। उपरोक्त वाहन रिहासत पुत्र फकीरा निवासी रफतपुर, सुआवाला, थाना अफजलगढ़ जिला बिजनौर के नाम होना पाया गया। वाहन मालिक रिहासत से पूछताछ करने पर जानकारी हुई कि उसने अपने उक्त सेकेंड हैंड स्कार्पियो कार को लगभग दो माह पूर्व खेम सिंह चौहान पुत्र छत्रपाल सिंह निवासी ग्राम उदयपुर, रेेहड़ जिला बिजनौर को एक लाख अस्सी हजार रुपये में बेच दी है तथा खेम सिंह उक्त वाहन को अपने नाम पर नहीं कर रहा है।
पूछताछ में चालक ने स्कोर्पियो कार से शिवराज पट्टी से आगे स्कूटी सवार महिला को जान से मारने की नीयत से टक्कर मारना स्वीकार किया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा स्कोर्पियो गाड़ी से जान से मारने की नीयत से महिला को साजिशन टक्कर मारने की बात स्वीकार की तथा बताया कि उसके ममेरे भाई महीपाल सिंह पुत्र ओमकार सिंह निवासी लक्ष्मीनगर, जसपुर, उधम सिंह ने महिला को मारने के लिये तीन लाख रुपये में उससे सौदा किया था तथा उसे 01 लाख रुपये एडवान्स में दिये थे। उसने उसी 1 लाख एडवासं में प्राप्त धनराशि में अपने 80 हजार रुपये मिलाकर स्कोर्पियोे कार खरीदी थी।
उसने बताया कि वह जिस कंपनी में कार चलाता है जसपाल सिंह उस कम्पनी में कैशियर है। दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं और जसपाल अपनी पत्नी से काफी परेशान है तथा वह अपनी पत्नी को रास्ते से हटाना चाहता है। महिपाल ने उसको (खेम सिंह) जसपाल की पत्नी की फोटो तथा स्कूटी का नं. यूके18 ई-4727 दिया। जसपुर तहसील में जहाँ कुलविन्दर कौर काम करती है, ले जाकर भी दिखाया था तथा तीनों कुलविन्दर कौर को मारने के लिये सही जगह व समय की तलाश करने लगे। पहले उन्होंने पतरामरपुर में एक्सीडेण्ट कर मारने की योजना बनायी, परन्त पतरामपुर रोड में लगातार लोगों के मौजूद मिलने से प्लान पास नहीं हो पाया तथा दिनांक 03/03/2023 को कुलवनिन्दर कौर को महिला हेल्प लाईन काउंसलिंग के लिये आना था। उन्होंने वापसी में कार से एक्सीडेण्ट से मारने की योजना बनायी गयी। जब कुलविन्दर कौर काउंसलिंग के लिये काशीपुर आयी तो उसका पति जसपाल सिंह भी योजना के मुताबिक फाइबर मार्क्स पेपर फैक्ट्री से फैक्ट्री की गाड़ी में चालक महिपाल सिंह के साथ जेएम कमर्शियल प्रमोद कुमार भटनागर के साथ काशीपुर आया, जसपाल काउंसलिंग के लिये महिला हेल्प लाईन काशीपुर में गया। महिला हैल्प लाईन में योजना के तहत उसने अपनी पत्नी कुलविन्दर कौर के साथ समझौता कर लिया। काउन्सिलिंग समाप्त होने के पश्चात कुलविन्दर कौर अपनी स्कूटी से अपने घर पतरामपुर, जसपुर जाने के लिये चली तथा उसके पति जसपाल सिंह व महीपाल सिंह कम्पनी की बुलेरो गाड़ी से उसका पीछा करते रहे तथा महिपाल अपने मोबाईल फोन से लगातार खेम सिंह चौहान को कुलविन्दर कौर का लोकेशन कोड वर्ड में ही बताता रहा ।
इसी बीच खेम सिंह से 19 बार काल कर बात की। टोल टैक्स पार करने के पश्चात हल्दुआ साहु चौराहे में खेम सिंह चौहान पहले से ही अपनी स्कोर्पियो लेकर कुलविन्दर कौर के आने का इन्तजार करने लगा। महिपाल सिंह ने हल्दुआ शाहू चौराहे पर पहुँचने के पश्चात अपनी बुलेरो कार से लम्बा हार्न देकर खेम सिंह को स्कूटी के पीछे जाने के लिये संकेत किया तथा खेम सिंह ने संकेत मिलने पर स्कूटी के पीछे अपनी स्कोर्पियो कार लगा दी। खेम सिंह चौहान ने शिवराजपुर पट्टी चौकी पार करने के बाद पुलिस चौकी से लगभग 200 मीटर आगे जसपुर की तरफ पहुँचने पर अपनी स्कोर्पियो कार से स्कूटी सवार कुलविन्दर कौर के पीछे जान से मारने की नीयत से काफी तेजी से जोरदार टक्कर मार दी। जिससे वह घायल हो गई। पुलिस ने आरोपियों को केवीआर अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में यह भी प्रकाश में आया कि जसपाल ने 05 लाख रुपये में अपनी पत्नी को मारवाने का सौदा अपने दोस्त महिपाल से किया था तथा महीपाल ने तीन लाख रुपये में अपने ममेरे भाई खेम सिंह चौहान से सौदा किया था। महिपाल दोस्ती निभाने के साथ-साथ कमीशन में 02 लाख रुपये की फिराक में भी था।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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