ट्रांसपोर्टरों के लिए खुशखबरी, फिटनेस फीस की गई कम

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देहरादून। परिवहन विभाग ने आखिरकार 15 साल पुराने वाहनों की फिटनेस फीस कम कर दी है, इससे प्रदेशभर में परिवहन कारोबारी को बड़ी राहत मिली है। कॉमर्शियल वाहनों की फिटनेस आठ साल तक हर दो साल में करवानी होती है। इसके बाद हर साल फिटनेस करवाई जाती है। सभी श्रेणी के वाहनों की फिटनेस फीस 600 रुपये है। फरवरी 2023 में केंद्र सरकार ने 15 साल से ज्यादा पुराने वाहनों की फिटनेस फीस में भारी बढ़ोतरी कर दी थी। फीस बीस गुना तक बढ़ा दी थी।

ट्रांसपोर्टरों की मांग पर तब राज्य सरकार ने फिटनेस फीस की दर फरवरी 2024 तक यथावत रखने का आदेश किए थे। अब छूट फरवरी 2025 तक के लिए बढ़ा दी गई। लेकिन सरकार के आदेश के बावजूद भी परिवहन विभाग ने ऑनलाइन सॉफ्टवेयर में फीस 15 से 20 गुना तक बढ़ा दी, इससे ट्रांसपोर्टर परेशान थे। सरकारी साफ्टवेयर में फीस ज्यादा ली जा रही है, जबकि निजी कंपनी के जरिए फिटनेस करवाने पर छूट दी जा रही है। परिवहन विभाग ने सरकार के आदेश पर बढ़ी हुई फीस वापस ले ली। इसके लिए एनआईसी को बढ़ी हुई फीस की दरें वापस लेने के लिए पत्र लिखा।

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दोपहर 12 बजे से कम हो गई फीस
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन नवीन सिंह ने बताया कि सोमवार दोपहर 12 बजे से 15 साल पुराने वाहनों की फिटनेस फीस कम हो गई है। अब पुरानी दरों पर फीस जमा हो रही है। इधर, महानगर सिटी बस सेवा सोसाइटी के अध्यक्ष विजयवर्धन डांडरियाल ने कहा कि परिवहन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण कई ट्रांसपोर्टरों को महंगी दरों पर फिटनेस करवानी पड़ी है। उन्होंने सभी ट्रांसपोर्टों की फीस वापस लौटने की मांग की है।

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