कोरोना वायरस से विधवा हुई महिलाओं की मदद करेगी सरकार

खबर शेयर करें

नई दिल्ली
दिल्ली महिला आयोग ने अब तक 791 महिलाओं की पहचान की है, जिन्होंने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में इस बीमारी की वजह से अपने पति को खो दिया। इनमें से 97.85% महिलाओं के बच्चे हैं और 92.79% महिलाओं की उम्र 18-60 साल के बीच हैं। साथ ही, 28.57% महिलाओं के पास कोई आय का स्रोत नहीं है और लगभग 60% महिलाओं की मासिक आय 15,000 रुपये या उससे कम है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने सरकार को यह रिपोर्ट सौंपी ताकि इन महिलाओं को ‘मुख्यमंत्री कोविड-19 परिवार आर्थिक सहायता योजना’ का फायदा दिया जा सके। साथ ही, इन महिलाओं में से 75.47% को अब तक वैक्सीन नहीं लगी है। आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को कहा है कि महिलाओं का जल्द वैक्सीनेशन सुनिश्चित किया जाए।

डोर टु डोर सर्वे से हुई पहचान
दिल्ली महिला आयोग की टीम ने डोर टु डोर सर्वे कर 791 महिलाओं की पहचान की है, जिनके पति की कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई। आयोग ने बताया कि उसकी महिला पंचायत टीम ने जगह जगह घूमकर सोशल सर्वे कर इन महिलाओं का पता लगाया है।

45.5% के 3-5 बच्चे
आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, जिन 791 महिलाओं का पता लगाया गया है, उनमें से 774 महिलाओं (97.85%) के बच्चे हैं। 360 महिलाओं के 3 से 5 बच्चे हैं, तो 30 महिलाओं के 5 से ज्यादा बच्चे हैं। इन महिलाओं में 92.79% की उम्र 18-60 साल है, तो बाकी सभी सीनियर सिटिजन हैं। 191 महिलाएं 18 से 35 साल की हैं।

28.57% के पास आय का साधन नहीं
सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, 791 महिलाओं में से 721 महिलाएं हाउसवाइफ हैं और बाकी बची महिलाएं घरेलू सहायिका, मजदूर हैं या छोटे बिजनेस, प्राइवेट और सरकारी जॉब में हैं। 28.57% महिलाओं के पास कोई आय का साधन नहीं है। 60% महिलाओं कमाती हैं मगर उनकी मासिक आय 15,000 रुपए या उससे कम है।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -

👉 फ़ास्ट न्यूज़ के WhatsApp ग्रुप से जुड़ें

👉 फ़ास्ट न्यूज़ के फ़ेसबुक पेज़ को लाइक करें

👉 कृपया नवीनतम समाचारों से अवगत कराएं WhatsApp 9412034119