माँ भगवती ने किया राक्षसों का वध, बारिश के मौसम में भी कथा सुनने को उमड़ रही है भक्तों की भारी भीड़

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कलयुग में नाम जप व भजन भगवान की प्राप्ति का सरल साधन : व्यास

कविता रावल
गंगोलीहाट नगर के छिमाल क्षमा देवी मंदिर में श्रीमद देवी भागवत कथा पुराण के पांचवे दिन रविवार को व्यास शास्त्री किशोर जोशी ने प्रातः काल मुख्य यजमान बबलू पांडेय व उनकी धर्मपत्नी द्वारा माता व जटुवा देव का विधिविधान से पंचामृत स्नान व पूजा अर्चना कराई। दोपहर 2 बजे से व्यास शास्त्री किशोर जोशी ने रविवार को कथा के दौरान कहा कि कलयुग में भजन व नाम जप को भगवान की प्राप्ति का सरल साधन बताया वही ब्यास जोशी ने देवकी वसुदेव की पूर्व जन्म, वरुण और दिति के श्राप से देवकी को पुत्र शोक ,महिषासुर उत्पत्ति देवताओं पर विजय , भगवती द्वारा शुंभ निशुंभ रक्तबीज व महिषासुर वध, नारद व पर्वत मुनि की कथा , माया का वर्णन,सूर्यवंश व रामायण की कथा , शयाति पुत्री सुकन्या की कथा , इंद्र द्वार वृत्रासुर वध , नहुष का इंद्रपद पर बैठना व स्वर्ग से पतन की कथा का विस्तार से वर्णन किया । कथा के दौरान संगीत टीम के गणेश कांडपाल व अंकित जोशी ने मां के कई मनभावन भजन प्रस्तुत किए जिससे माँ छिमाल क्षमा देवी का प्रांगण भक्तिमय हो उठा और सभी भक्त भजनों में झूम उठे । वही बारिश के बावजूद कथा सुनने के लिए सैंकड़ों महिलायें, युवा व वृद्धजन भारी संख्या में पहुंच रहे हैं ।

मंदिर कमेटी द्वारा भागवत के दौरान बारिश के व्यवधान से बचने के लिए मजबूत पंडालों की व्यवस्था की गई है। श्रीमद् देवी भागवत कथा पुराण में मंदिर परिसर में प्रतिदिन विपिन जोशी,राकेश पाठक,दिनेश चंद्र पंत, हेम चन्द्र पंत,पंकज पाठक,त्रिलोचन कोठारी,पप्पू पंत,किशन चंद्र पंत,नीरज पंत,योगेश जोशी,मुन्ना जोशी,ईश्वरी दत्त पाठक व चंद्रशेखर कोठारी(पुरोहित) मूल पाठ कर रहे हैं। वही जीवन चंद्र उप्रेती,गिरीश चंद्र पाठक,रिंकू जोशी,गिरीश कोठारी व दीपक जोशी क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में नित्य पाठ कर रहे हैं। वही मंदिर के मुख्य पुजारी ललित पांडेय ,जीवन पांडेय व आनंद पांडेय प्रतिदिन मंदिर में आने वाले भक्तों को माँ छिमाल देवी क्षमा व जटुवा देव की पूजा अर्चना करा रहे हैं। वहीं भंडारे के लिए प्रतिदिन भोजन नीरज पाठक,दीप चंद्र पाठक,गिरीश चंद्र पाठक व उमेश पंत बना रहें हैं और भंडारगृह में पुरन पाठक,उमेश जोशी व गोपाल सिंह सेवा दे रहे हैं। कथा के उपरांत महाआरती हुई। वही प्रतिदिन आरती निराजन के बाद मंदिर में भंडारे का आयोजन हो रहा है जिसमे क्षेत्र के तमाम भक्त देर शाम तक प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। मंदिर में प्रातः काल से लेकर देर रात्रि तक समस्त हाट एवं पठक्यूडा के युवक व महिलाएं तथा क्षेत्रीय भक्तजन पूर्ण सेवा में लगे है। वही मंदिर का वातावरण भजन कीर्तन से रात दिन गुंजायमान हो रहा है । मंदिर में रात्रि को भजन गायकों द्वारा भजनों का आयोजन किया जा रहा है। छिमाल क्षमा देवी मंदिर कमेटी ने सभी भक्तों से प्रतिदिन कथा श्रवण करने व भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने का अनुरोध किया है ।

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