गंगोलीहाट की रामलीला में रावण का वध, भगवान विष्णु के विराट रूप का हुआ भव्य मंचन

गंगोलीहाट। श्री महाकाली दरबार रामलीला कमेटी एवं सांस्कृतिक मंच की द्वादशदिवसीय रामलीला का समापन रावण वध के दृश्य के साथ हुआ। लीला का प्रारंभ रावण को कुंभकरण के वध की सूचना मिलने से हुआ, जिसके बाद रावण ने युद्ध के लिए अपने पुत्र मेघनाथ को भेजा।
मेघनाथ और लक्ष्मण के बीच हुए भीषण युद्ध में लक्ष्मण ने मेघनाथ का वध किया। इसके बाद सुलोचना और रावण के बीच संवेदनशील संवाद हुआ। सुलोचना अपने पति मेघनाथ का सिर मांगने श्रीराम के पास गई और विलाप करते हुए सती हो गई।
रावण को जब पुत्र मेघनाथ के मारे जाने का समाचार मिला तो उसने अशोक वाटिका में जाकर सीता को धमकाने और राम-लक्ष्मण की मृत्यु की झूठी सूचना देने का प्रयास किया। इसके बाद श्रीराम और रावण के बीच युद्ध का दृश्य प्रस्तुत किया गया, जिसमें रावण का वध हुआ।
रावण वध के बाद मंच पर भगवान विष्णु के विराट रूप का भव्य मंचन किया गया। तत्पश्चात श्रीराम द्वारा विभीषण का राज्याभिषेक कर उन्हें लंका का राजा नियुक्त करने का दृश्य प्रस्तुत किया गया।
लीला में कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया। विष्णु की भूमिका सागर रावल, सुलोचना की चिराग धानिक, हनुमान की कपिल उप्रेती, राम की विजय रावल, लक्ष्मण की पारस धानिक, सीता की तुषार रावल, रावण की आशु उप्रेती, मेघनाथ की अभिषेक बिष्ट, मंत्री की हरगोविंद रावल तथा नृतकी की भूमिका पारस पंत ने निभाई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा नेता सुरेश जोशी, दिनेश धानिक और विक्की रावल उपस्थित रहे, जिनका स्वागत अध्यक्ष हेमराज रावल ने बैज अलंकृत कर किया। इस अवसर पर रामलीला कमेटी के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य आयोजन में सक्रिय रूप से सहयोग करते रहे।

सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 फ़ास्ट न्यूज़ के WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ास्ट न्यूज़ के फ़ेसबुक पेज़ को लाइक करें
👉 कृपया नवीनतम समाचारों से अवगत कराएं WhatsApp 9412034119
संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
www.fastnewsuttarakhand.com