संदिग्ध अवस्था में ई-रिक्सा चालक का शव बरामद, तीन दिन से बंद था दरवाजा
दिनेशपुर। संदिग्ध अवस्था में एक अधेड़ ई-रिक्सा चालक का शव उसके कमरे से बरामद हुआ।बताया जाता है कि जिस घर से शव बरामद हुआ, उसका मुख्य दरवाजा तीन दिन से भीतर से बंद था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजे को तोड़कर शव को बाहर निकाला। पंचनामा भरने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के अनुसार कालीनगर निवासी ई -रिक्सा चालक अजीत दास (48) पुत्र अविनाश दास अपनी मां के साथ रह रहा था। पत्नी और बच्चे दिल्ली में रहते है।कुछ दिन पहले उसकी मां भी अपनी बेटी के घर चली गई। वर्तमान में वह घर पर अकेला था।
सुबह गांव के ही एक व्यक्ति उससे मिलने उसके घर पहुंचा। उसने देखा कमरा अंदर से बंद है।भीतर से टीवी चलने की आवाज आ रही है। उसने अजीत को कई बार पुकारा, मगर भीतर से कोई प्रतिक्रिया नही मिली। जिस पर उसे संदेह हुआ। इस बीच आसपास के लोग भी वहां आ गये। लोगों ने बताया कि घर का दरवाजा तीन दिन से बंद है। किसी अनहोनी की आशंका के चलते ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर भीतर देखा तो मच्छरदानी टंगी थी। उसके भीतर अजीत मृत पड़ा था।कमरे में टीवी चल रही थी। शव के पास ही उसका मोबाइल फोन पड़ा था।
परिजनों को सूचना देने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृत्यू के कारणों का पता नही चल पाया। थानाध्यक्ष अनिल उपाध्याय ने बताया कि दरवाजा भीतर से बंद था। जिसके चलते प्रथम दृष्टया यह स्वभाविक मौत का मामला प्रतीत होता है, मगर मृत्यू के वास्तविक कारणों पता पोस्टमार्टम रिर्पोट आने के बाद ही चलेगा।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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