ठगी का नया तरीका, डीएम की डीपी से तहसीलदार को किया मैसेज-फिर….
तहसीलदार ने पुलिस को नंबर सौंपकर दिए कार्रवाई के निर्देश-
सितारगंज। जैसे-जैसे डिजिटल मीडिया आगे बढ़ रहा है, वैसे वैसे अपराधों में भी बढ़ोतरी हो रही है। स्थिति यह हो गई है कि डिजिटल मीडिया से लोगों का विश्वास ही उठने लगा है । अभी का ताजा मामला जब साइबर अपराधी जिले के डीएम, तहसीलदार से ठगी कर सकते हैं तो आम आदमी की बात क्या की जा सकती है। ताजे मामले में डीएम की व्हाट्सएप पर डीपी लगाकर तहसीलदार को व्हाट्सएप पर मैसेज करने का मामला सामने आया है। तहसीलदार ने नंबर पुलिस को सौंपकर जांच के निर्देश दिये हैं। उधर ठगी की कोशिश के इस नये तरीके से अधिकारियों में खलबली है।
सितारगंज तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी ने बताया कि एक अज्ञात नंबर से उनके व्हाट्सएप पर मैसेज आया। मैसेज भेजने वाले ने जिलाधिकारी की तस्वीर डीपी में लगाई हुई थी। ऐसे में शुरुआत में उन्हें लगा कि शायद यह डीएम का दूसरा नंबर हो। उन्होंने मैसेज का उत्तर दिया, लेकिन दूसरी ओर से ऑनलाइन शॉपिंग के लिंक भेजे जाने लगे। उन्हें शक हुआ तो उन्होंने तुरंत डीएम को फोन कर जानकारी दी। डीएम से पता चला कि उक्त नंबर उनका नहीं है। इस पर तहसीलदार त्रिपाठी ने कोतवाली पुलिस को नंबर सौंपकर जांच के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए। तहसीलदार ने बताया कि आए दिन सोशल मीडिया पर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। इस तरह के मामलों में सावधानी बरतें। नए नंबर पर किसी से भी चैट न करें और नया नंबर होने व परिचित की फोटो लगी होने पर तुरंत ही उसका सत्यापन कर पुलिस को अवगत कराएं।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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