दो दिवसीय गढ़वाली, कुमाउनी, जौनसारी का भाषा सम्मेलन सुरू-

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एस आर चंद्रा

भिकियासैंण। उत्तराखंड लोक- भाषा साहित्य मंच, दिल्ली द्वारा दो दिवसीय गढ़वाली, कुमाउनी, जौनसारी भाषा सम्मेलन – 2022 का आयोजन गढ़वाली भवन नई दिल्ली में आज से आयोजित हो गयी है। जिसमें कुमाउनी के शब्दों के मानकीकरण के द्वितीय सत्र में मंच में अपनी बात रखने का क्षेत्र के रंग कर्मी कुपाल सिंह शीला (अध्यापक) निवाशी बासोट को अवसर मिला।

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कुमाउनी, गढ़वाली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने, कुमाउनी भाषा को एक बिषय के रुप में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की बात को प्रमुखता से रखा गया। कुमाउनी भाषा सम्मेलन में वरिष्ठ साहित्यकार त्रिभुवन गिरी महाराज , संपादक पहरु डॉ० हयात रावत, मोहन जोशी, हेम पंत, शंकर दत्त जोशी, संपादक आदलि- कुशलि डॉ सरस्वती कोहली, कृपाल सिंह शीला, जमन सिंह बिष्ट एडवोकेट, कीर्ति बल्लभ शक्टा आदि मौजूद रहे।

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