ढाई लाख रुपये नेपाली मुद्रा संग पकड़े गए 13 लोगों से तीन घंटे पूछताछ
काशीपुर। भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव की जानकारी न होना 13 नेपाली नागरिकों की फजीहत का कारण बन गया। उनकी करेंसी एक्सचेंज नहीं हो सकी। पुलिस ने चेकिंग के दौरान करेंसी पकड़ी तो उन्हें रोक लिया। हालांकि, पड़ताल के बाद चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं पाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया गया। धर्मपुर बॉर्डर पर बुधवार को एसआई हरीश आर्य ने हरिद्वार से आ रही दो स्कॉर्पियो को जांच के लिए रोका। वाहनों में नेपाल निवासी 13 लोग थे। इनमें कुछ महिलाएं भी थीं।
वाहन की चेकिंग में उसमें ढाई लाख रुपये नेपाली करेंसी मिली। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी लकड़ी की फर्म है। इसमें लकड़ी का घरेलू सामान बनाया जाता है। फर्म के समान के प्रचार एवं उत्पाद की सप्लाई, ऑर्डर के लिए वह भारत आये थे। हरिद्वार में स्नान करने के बाद उन्होंने नैनीताल होते हुए नेपाल जाने की बात कही। वे एक सप्ताह पूर्व गोरखपुर से भारत में आए थे। भारत में चुनाव के चलते उनकी नेपाली करेंसी को किसी ने एक्सचेंज नहीं किया। करीब तीन घंटे तक चली जांच के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। कोतवाल हरेंद्र चौधरी एवं एसआई हरीश आर्य ने बताया कि नेपालियों के पास भारतीय मुद्रा भी नाममात्र की थी। उच्च अधिकारियों को मामले की सूचना देने और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन न पाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया गया।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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