दो साल बाद मिले दो बेटियों को खोये पिता -फेसबुक के माध्यम से हुई वीडियो कॉल पर पिता को देखा तो उनकी आंखों से आंसू छलके
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हल्द्वानी। दो साल तक अपने पिता को खोजने के बाद आखिरकार दो बेटियों को उनके पिता से मिलने का सुखद अवसर मिला। फेसबुक के माध्यम से हुई वीडियो कॉल पर जब बेटियों ने अपने पिता को देखा तो उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। हालांकि अभी भी उनकी मां का कोई सुराग नहीं मिला है।सब्जी मंडी हल्द्वानी निवासी बसंत बल्लभ भट्ट पंतनगर विश्वविद्यालय में सुरक्षा कर्मी के रूप में कार्यरत थे। वे अपनी पत्नी रेखा और दो बेटियों, अक्षिता और गुंजन के साथ रहते थे। 2 मई 2022 को बसंत अपनी पत्नी के साथ घर से निकले और फिर कभी वापस नहीं लौटे।
इस घटना के बाद परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी दर्ज कराई, लेकिन दंपति का कहीं पता नहीं चल सका। इस दौरान बेटियों की परवरिश का जिम्मा उनके मामा गिरीश ने संभाल रखा था। गिरीश ने न केवल बच्चियों का पालन-पोषण किया, बल्कि उनकी पढ़ाई का भी पूरा ध्यान रखा। आज अक्षिता 12वीं कक्षा में और गुंजन छठी कक्षा में पढ़ रही हैं। ढाई साल बाद, फेसबुक ने बेटियों को उनके पिता से मिला दिया। कोटाबाग की एक संस्था के अध्यक्ष और समाजसेवी राहुल पंत ने बताया कि 22 फरवरी को उन्हें अलवर राजस्थान से एक फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि उनके आश्रम में पिछले दो साल से एक व्यक्ति रह रहा है जो खुद को हल्द्वानी का निवासी बताता है। राहुल ने उस व्यक्ति की फोटो मांगी और उसे फेसबुक पर अपलोड कर दिया।
फोटो वायरल होने के चार घंटे के भीतर ही परिजनों तक पहुंच गई। वीडियो कॉल पर जब बेटियों ने अपने पिता को देखा तो उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। पिता भी अपने आप को संभाल नहीं पाए। हालांकि, अभी भी उनकी मां रेखा का कोई सुराग नहीं मिला है। इस पूरे मामले में समाजसेवी राहुल पंत और उनकी संस्था की पहल ने अहम भूमिका निभाई। अब परिजन पिता को वापस लाने की तैयारी में जुटे है, लेकिन मां के बारे में अभी भी कोई जानकारी नहीं है।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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