आवारा पशुओं के आतंक से निजात दिलाने की मांग, ग्रामीणों का तहसील में प्रदर्शन-स्थानीय विधायक ने नहीं उठाया फोन

खबर शेयर करें


मोटाहल्दू (नैनीताल)। विगत दिवस मंगलवार को हल्दूचौड़, जयपुर खीमा मोटाहल्दू के ग्रामीणों, ग्राम प्रधानों, समाज सेवियों, छात्र संघ के पदाधिकारियों ने युवा समाजसेवी विनीत कबडाल व सामाजिक कार्यकर्ता पीयूष जोशी व योगेश कपिल के संयुक्त नेतृत्व में तहसील कार्यालय में जोरदार प्रदर्शन कर आवारा पशुओं के आतंक से निजात दिलाने की मांग की। ग्रामीणों ने तहसीलदार मनीषा बिष्ट को 12 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपकर समस्याओं के  समाधान की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि आवारा पशुओं के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं और सडक़ दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल सहित तमाम संगठन कई बार प्रशासन को मामले की जानकारी दे चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। पिछले कुछ महीनों में लालकुआं, हल्दूचौड़, मोटाहल्दू, मोतीनगर और बिंदुखत्ता में आवारा पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी है।

बीते दिनों दुर्घटनाओं में योगेश (25 वर्ष), विपिन तिवारी (46 वर्ष), नैन सिंह (38 वर्ष), रोहन कुमार (32 वर्ष) और प्रिया शर्मा (28 वर्ष) आदि कई लोगों की जानें जा चुकी हैं और कई लोग घायल हुए हैं। समाजसेवी पीयूष जोशी ने कहा कि धर्म रक्षक धामी सरकार हिंदू धर्म की ध्वजवाहक गौ माता को सुरक्षित करने में विफल साबित हो रही है। लालकुआं विधानसभा में गंगापुर कबडाल व हल्दुचौड़ में गौशालाएं खोलकर सरकार ने इतिश्री कर ली है, जबकि क्षेत्र मे गौशाला होने के बावजूद उनमें लालकुआं के ही आवारा पशुओं को रखने के लिए नगर निगम से अनुमति लेनी पढ रही है। हल्द्वानी क्षेत्र से पशुओं को लाकर यहां भरा जा रहा है। कहा जा रहा है कि यह नगर निगम की गौशाला है। जबकि गौशाला हेतु जमीन स्थानीय लोगों से अधिग्रहीत की गई है।

फ़ास्ट न्यूज़ 👉  बड़ी खबर...आज से दस दिनों के लिए क्वारब से फिर यातायात बंद

समाजसेवी विनीत कबडाल ने कहा कि विधानसभा सत्र में स्थानीय विधायक ने इस समस्या को उठाने की हिम्मत तक नहीं दिखाई। इस संबंध में पक्ष और विपक्ष दोनों ही मौन बैठे हैं, उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर एक सप्ताह की भीतर गोवंश संबंधी समस्याओं का ग्रामीण इलाकों से निस्तारण नहीं होगा तो वह गौवंश के साथ ही तहसील परिसर में आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। इस दौरान वर्तमान छात्र महासंघ उपाध्यक्ष सचिन फुलारा ने दो टूक शब्दों में कहा कि ऐसी सडक़ दुर्घटनाओं में दर्जनों से अधिक छात्र छात्राएं अपनी जान गवा चुके हैं, सरकार को उनके लिए उचित मुआवजा सुनिश्चित करना चाहिए अन्यथा पूरे कुमाऊं विश्वविद्यालय का छात्र संघ व महासंघ इसके विरुद्ध बड़ा आंदोलन करेगा। वहीं ग्राम प्रधान रमेश जोशी, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कीर्ति पाठक सहित कई ग्राम प्रधानों ने तत्काल कार्रवाई की मांग की साथ ही समाधान ना होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी। इस दौरान आनंद कबडवाल, दीपांशु कबडवाल, दीपू कबडवाल, कमल भट्ट, रमेश जोशी, तनुज कबडवाल, दीपांसु कपिल के अलावा क्षेत्र के दर्जनों लोग मौजूद रहे।
    इधर इस संबंध में स्थानीय विधायक डा. मोहन सिंह बिष्ट को फोन लगाकर जानकारी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -

👉 फ़ास्ट न्यूज़ के WhatsApp ग्रुप से जुड़ें

👉 फ़ास्ट न्यूज़ के फ़ेसबुक पेज़ को लाइक करें

👉 कृपया नवीनतम समाचारों से अवगत कराएं WhatsApp 9412034119