कुमाऊं में बंद होंगे 1453 स्कूल -सामने आई शिक्षा विभाग की हैरान करने वाली तस्वीर
नैनीवाल। शिक्षा विभाग सुधार के दावे कितने ही कर रहा हो, लेकिन कुमाऊं मंडल में तस्वीर बहुत हैरान करने वाली सामने आई है। मंडल के 1453 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में छात्रसंख्या के हिसाब से डेंजर जोन में पहुंच गए हैं। इन स्कूलों में बच्चों की संख्या दस से कम रह गई है। जबकि करीब चार हजार अन्य सरकारी स्कूलों में छात्र संसना 50 से कम होने से इनके बंद होने की आशंका पूरी तरह बढ़ गई है।
जिला प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम फिर सर्व शिक्षा अभियान और अब समग्र शिक्षा अभियान के तीन दशक से अधिक के कालखंड में सरकारी शिक्षा की बेहतरी के लिए भारत सरकार व राज्य सरकार की ओर से अरबों रुपये खर्च करने के बाद भी सरकारी शिक्षा की दशा साल दर साल खराब हो रही है। शिक्षकों की कमी, शिक्षकों के पठन-पाठन से जो चुराने, शिक्षा अभियानों के साथ ही मध्याह भोजन योजना के अलावा अन्य कार्यक्रमों से संबंधित
–10 से कम छात्र संख्या होने से सरकार और शिक्षा विभाग की बढ़ी चिता
-50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों में अल्मोड़ा व नैनीताल शीर्ष पर
नैनीताल कुमाऊ में 50 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक व उच्च प्राथमिक प्राथमिक विद्यालयों की संख्या चार हजार पार हो चुकी है। एडी प्राथमिक कुमाऊ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार महल में 50 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक स्कूलों की संख्या 3445 व उवा प्राथमिक की संख्या 646 पहुंच गई है। प्राथमिक में अल्मोड़ा में सर्वाधिक 1206, बागेवर में 542. चंपावत में 305, नैनीताल में 760, पिथौरागढ़ में 605 जबकि उधम सिह नगर में केवल सात है। उच्च प्राथमिक में नैनीताल में सर्वाधिक 181, अल्मोडा में 164, पिथौरागढ़ में 124, बागेश्वर में 99, बंपावत में 71 और ऊधम सिंह नगर में केवल सात है।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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