जैविक गांव बूरसुम सड़क विहीन-

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गंगोलीहाट से हरगोविंद रावल

जैविक गांव बूरसुम सड़क विहीन ।
गांव रा उ मा वि 100 बच्चो पर 2 अध्यापक ।
तीन कक्षों में 5 कक्षाएं चल रही हैं ।
दो साल से जूं तक नहीं रेंग रही संबंधित विभागों पर ।
ग्रामीणों ने दिया मुख्यमंत्री के नाम पत्र
तहसीलदार को दिया ज्ञापन ।

गंगोलीहाट के जैविक खेती के लिए प्रसिद्ध एकमात्र गांव बूरसुम आज के आधुनिक युग में भी सड़क सुविधा से वंचित है । बताते चलें कि उक्त गांव में ओबीसी व एस सी के अलावा कोई भी परिवार निवास नहीं करता है उक्त गांव में 300 परिवार है लेकिन दुर्भाग्य है इस गांव का यहां का एकमात्र रा उ मा विद्यालय का 2016 में उच्चीकृत हो गया था । शुक्रवार को ग्राम बूरसुम के प्रधान संतोष गोस्वामी व अभिभावक संघ अध्यक्ष कैलाश गोस्वामी ने तहसीलदार दिनेश कुटोला को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया । ज्ञापन में कहां है कि गांव में राई पालक बैगन भिंडी मिर्च आम अमरूद केला सहित सभी प्रकार के जैविक फल व सब्जी की पैदावार करने वाला बुरसम गांव आज भी सड़क मार्ग से वंचित है।

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वही गरीब किसानों को सब्जी और फल बाजार तक लाने के लिए 2 से 5 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है ऐसे में जैविक सब्जियां वह फल खेतों में ही सड़ रहें हैं । सड़क व शिक्षा की व्यवस्था ना होने से उक्त गांव से 5 दर्जन से अधिक परिवार पलायन कर गए हैं । वही सड़क व विद्यालय भवन की मांग ग्रामीणों द्वारा दशकों से की जा रही है वही ज्ञापन में कहा है कि एक मात्र गांव का रा उ मा वि में मात्र 3 कक्ष हैं जबकि 5 कक्षाएं संचालित हो रही है और 100 बच्चे अध्यन कर रहे हैं यह कैसा दुर्भाग्य है कि पांच कक्षाओं को तीन कमरों में मात्र 2 अध्यापक कैसे पढ़ाते होंगे इसकी सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है । वहीं विद्यालय का भवन जर्जर हो गया है जिसमें बच्चों का बेड पाना भी मुश्किल है प्रधान संतोष गोस्वामी ने अपनी जेब से एक कक्षा में फर्स डलवा रखा है । ग्राम प्रधान संतोष गोस्वामी का कहना है विगत 2 वर्षों से उनके द्वारा लगातार संबंधित विभागों से पत्राचार किया गया है लेकिन जब भी संबंधित विभागों से बात करो तो झूठे आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिलता मजबूर होकर शुक्रवार को ग्रामीणों द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा गया है । वही ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि एक माह के भीतर ग्रामीणों की दोनों जायज मांगों को पूर्ण नहीं किया गया तो बुरसुम गांव के लोग छात्र छात्राओं के साथ आंदोलन करने को बाध्य होंगे। पत्र में हस्ताक्षर करने वालों में कैलाश नाथ, मनोज नाथ , राजेंद्र नाथ, प्रियंका देवी, आशा देवी , दीपा देवी, विमला देवी, ममता देवी, अनिल नाथ, लक्ष्यमण गोस्वामी, नारद प्रसाद , प्रकाश कोहली अर्चना देवी सहित कई लोग शामिल है।

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