चौखुटिया की भावना शर्मा को मिला बीरांगाना तिलू रौतेली पुरस्कार

खबर शेयर करें


पिछले 5 वर्षों से गेवाड संकल्प समिति के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सराहनीय योगदान

बीरांगाना तीलू रौतेली राज्य स्तरीय महिला व बाल विकास विभाग की ओर से विकास खंड में पहली बार महिलाओं के उत्थान के क्षेत्र में कार्य करने वाली भावना शर्मा को तीलू रौतेली पुरस्कार से नवाजा गया है। आज रविवार को देहरादून में मुख्यमंत्री के हाथों उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। पुरस्कार मिलने पर स्वयं, समिति से जुड़े सदस्यों ,विभिन्न महिला समूहों ने खुशी जाहिर की है तथा क्षेत्र के लिए महिलाओं के सम्मान में उपलब्धि बताया ।


विकासखंड के ग्राम पंचायत पीपलधार निवासी भावना शर्मा पिछले 5 वर्षों से गेवाड़ संकल्प समिति (एनजीओ) की अध्यक्ष है। तथा एनजीओ के माध्यम से महिला समूह का गठन कर विकासखंड के अनेक ग्राम पंचायतों में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्य कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में जुटी है समिति के माध्यम से महिलाओं को सिलाई -कढ़ाई ,मशरूम उत्पादन ,ऐपण लेखन ,ऑर्गेनिक खेती ,खाद्य प्रसंस्करण ,महिला स्वास्थ्य पर कार्य कर रही है समिति के कार्यालय सहित गांव में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समूह में प्रशिक्षण देने के साथ ही महिलाओं द्वारा निर्मित वस्तुओं को बाजार में विक्रय कर आर्थिक मजबूती पर कार्य कर रही है तथा स्वरोजगार के लिए महिलाओं को प्रेरित कर रही है, ऐपण, पिपली कार्य के माध्यम से तैयार की गई विभिन्न राखियां बाजार में बिक रही है।

फ़ास्ट न्यूज़ 👉  पिथौरागढ़ के व्यक्ति की ट्रेन की चपेट में आने से मौत


पुरस्कार मिलने पर भावना शर्मा ने हिंदुस्तान को बताया कि 10 साल तक प्राइवेट विद्यालयों मैं एक अध्यापिका के रूप में कार्य करने के बाद उन्हें लगा कि पहाड़ की महिलाओं को रोजगार से कैसे जोड़ा जाए ,उन्होंने गेवाड़ संकल्प समिति का रजिस्ट्रेशन कर महिला समूह तैयार किये ।पहले खुद प्रशिक्षण लिया ओर फिर महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने मैं जुट गई। उन्होंने सोलन हिमाचल से मशरुम प्रशिक्षण लेकर 1000 महिलाओं को निशुल्क प्रशिक्षण देकर आत्म निर्भर बनाया ।और इतने छोटे से गाँव मे रहकर भी पलायन को रोकने का प्रयास किया ।अभी तक 5000 महिलाओं को निशुल्क सिलाई कड़ाई मशरुम, कंप्यूटर, खेती,पौलीहॉउस ,वर्मी कम्पोस्ट , फ़ूड प्रॉसेसिंग और अभी लोक कला ऐपन पर प्रशिक्षण देकर महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ रही हू ।बताया उत्तराखंड स्किल डेवलोपमेन्ट, जल जीवन मिशन,बाल विकास,पंचायत राज ,हॉर्टिकल्चर, पॉलिटेक्निक द्वाराहाट के cdtp प्रोग्राम ओर अभी नाबार्ड के साथ ऐपन पर कार्य कर रही हू ,तथा महिलाओं के तैयार उत्पादों को लोकल ओर सोसिअल मीडिया से बाजार उपलब्ध करा रही हू।आज अपनी सफलता के लिए अपने माता —पिता ,पति मनोज शर्मा ,बहन दीक्षा ,लोकल प्रशासन पूर्व डीएम नितिन सिंह भदोरिया, वर्तमान डीएम वंदना सिंह, एस डी एम राजेन्द्र पांडे ,खंड विकास अधिकारी हर्ष सिंह अधिकारी, नाबार्ड अधिकारी अल्मोड़ा गिरीश चंद्र पंत, मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पांडेय, सचिव बाल विकास हरीश चंद्र सेमवाल, और अल्मोड़ा जनपद की नारी शक्ति को देती हूँ। बताया मिजात ब्रांड के तले जल्दी ही महिलाओ के तैयार उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मार्किट देकर उत्तराखंड को सशक्त बनाने में अपना योगदान दिया जायेगा।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -

👉 फ़ास्ट न्यूज़ के WhatsApp ग्रुप से जुड़ें

👉 फ़ास्ट न्यूज़ के फ़ेसबुक पेज़ को लाइक करें

👉 कृपया नवीनतम समाचारों से अवगत कराएं WhatsApp 9412034119