जनहित के कार्यों में लापरवाही बरतने, भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा : धामी


थराली/नैनीताल। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को एक बार फिर चेतावनी दी कि जनहित के कार्यों में लापरवाही बरतने वाले और भ्रष्टाचार करने वाले किसी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
चमोली जिले के थराली में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने दो दिन पहले गिरे एक निर्माणाधीन पुल का जिक्र करते हुए कहा कि यह सरासर लापरवाही है और उन्होंने इस घटना का तत्काल संज्ञान लिया जिसके बाद तीन इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया ।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, पुल गिरने से जनता के धन की बर्बादी हुई है और इसकी वसूली भी उसी ठेकेदार से की जाएगी जिसके पास पुल का टेंडर था।
मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘कहीं भी कोई काम में लापरवाही बरतेगा, काम में ढिलाई करेगा, जनता के प्रति कर्तव्यों से विमुख होगा या भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।’’
हाल में हरिद्वार में सामने आए करोड़ों रुपये के कथित जमीन घोटाले में भी सख्त कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर दो आईएएस और एक पीसीएस अधिकारी समेत 10 अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था।
नैनीताल में भी कुमांउ मंडल के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक में धामी ने कहा कि ‘‘भ्रष्टाचार को समाप्त करना ही हमारा संकल्प है और इसके लिए एक फोन नंबर शुरू किया गया है।’’
मुख्यमंत्री ने उधमसिंह नगर के जिलाधिकारी की शिकायत पर जल जीवन मिशन के अंतर्गत काशीपुर में अधीक्षण अभियंता शिवम द्विवेदी को निलंबित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में विजिलेंस व्यवस्था को और सशक्त और सक्रिय बनाया जा रहा है और भ्रष्टाचार के मामले में अब सरकार सीधा और निर्णायक हस्तक्षेप करेगी।
उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर का अधिकारी यदि दोषी पाया गया तो उसे कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हांलांकि, उसे निष्पक्ष सुनवाई और स्पष्टीकरण का नोटिस भी दिया जाएगा।



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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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