72 घंटे बाद भी बाबा भारामल मंदिर के बाबा हरिगिरी व सेवादार के हत्यारे पुलिस पकड़ से बाहर
खटीमा। बाबा भारामल मंदिर परिसर में बाबा हरिगिरी महाराज एवं सेवादार रूप सिंह की मौत के मामले में आरोपी 72 घंटे बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस, एसओजी व वन विभाग टीमें जुटी हुई हैं। पुुलिस के हाथ अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं लगा है कि वह आरोपियों तक पहुंच सकें।
सुरई रेंज के बीहड़ जंगल के बीच स्थित बाबा भारामल मंदिर में गुरुवार की रात्रि तीन नकाबपोश बदमाशों ने बाबा हरिगिरी महाराज व उनके सेवादार रूप सिंह की लाठी-डंडों से पीटकर निर्मम हत्या कर दी थी। जबकि एक सेवादार नन्हे घायल हो गया था और एक सेवादार जगदीश ने भागकर अपनी जान बचाई। पोस्टमार्टम के बाद बाबा हरिगिरी महाराज को भारामल मंदिर परिसर में समाधि लीन कर दिया गया तथा रूप सिंह की भारामल घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इधर हत्याकांड के खुलासे को गठित नौ टीमें हत्यारों को पकडऩे के लिए जुटी हुई हैं, लेकिन 72 घंटे बीतने के बाद भी हत्यारे पुलिस टीम की पकड़ से बाहर हैं। सुरई रेंज के जंग में भारामल मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में लगे ट्रैप कैमरे जो चेक किए गए हंै, उनसे पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है। गठित पुलिस टीम हत्याकांड के खुलासे को लेकर खटीमा के बाहर यूपी व दूसरे जनपद में भी हत्यारों की सुराग में जुटी है। सीओ वीर सिंह ने बताया कि दोहरे हत्याकांड के खुलासे के लिए गठित पुलिस टीम लगातार जांच में जुटी है।
मृतक बाबा के भाई की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज
सुरई रेंज के बीहड़ जंगल में स्थित बाबा भारामल मंदिर में मंदिर के मुख्य बाबा व सेवादार की मौत व एक सेवादार पर हुए जानलेवा हमले के मामले में झनकईया पुलिस ने मृतक बाबा के भाई की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। ग्राम कासिमपुर, थाना बीसलपुर जिला पीलीभीत उत्तर प्रदेश निवासी सुखलाल ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि उसके भाई बाबा हरिगिरी महाराज भारामल मंदिर में महन्त थे। 5 जनवरी की सुबह उन्हें सूचना मिली कि रात्रि में अज्ञात व्यक्तियों ने उसके भाई बाबा हरिगिरी महाराज की हत्या कर दी। जिस पर वह भारामल मंदिर पहुंचे तो देखा कि किसी अज्ञात ने उसके भाई बाबा हरिगिरी महाराज व मंदिर के सेवादार रूप सिंह बिष्ट निवासी बग्गा चौवन की हत्या की थी तथा एक अन्य सेवादार नन्हे निवासी अमराकोड़, थाना बीसलपुर जनपद पीलीभीत उत्तर प्रदेश को जान से मारने की नीयत से हमला किया था, जिसका उप जिला चिकित्सालय में उपचार चल रहा है।
भारामल मंदिर में जहां उसके भाई बाबा हरिगिरी महाराज व सेवादार रूप सिंह की हत्या हुई थी, वहां पर बाबा का झोला व दानपत्र भी टूटा व बिखरा पड़ा हुआ था। झनकईया थानाध्यक्ष रविंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि इस मामले में अज्ञात के खिलाफ धारा 302 व 307 आईपीसी के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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