मंत्री चुफाल के बयान से यूकेडी कार्यकर्ताओ मे रोष-
अस्कोट : महेश पाल
डीडीहाट जिले की मांग को लेकर बैठे अनशनकारियो के समर्थन हेतु अनशन स्थल पर पहुंचे चुफाल क आन्दोलनकारियों के साथ हुयी संक्षिप्त वार्ता में क्षेत्रीय विधायक पेयजल मंत्री उत्तराखण्ड सरकार विशन सिह चुफाल द्वारा एक प्रश्न के उत्तर में यह कहना कि 1997 के अतिम माह मे जब तत्कालीन मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश मायावती ने चम्पावत जिले का गठन किया था उस समय वे डीडीहाट से विधायक नही थे उनका कहना था कि तब काशी सिह ऐरी डीडीहाट से विधायक थे यदि वे सही तरीके से पक्ष रखे होते तो डीडीहाट जिला अस्तित्व मे होता।
यूकेडी के जिलाध्यक्ष कृपाल मेहरा का कहना है कि चुफाल 1996 में ही पहली बार डीडीहाट से विधायक चुने गये थे तथा मायावती सरकार को भाजपा का समर्थन प्राप्त था।
यदि मंत्री जी का यह कथन शाब्दिक त्रुटि था तो उन्हे अपनी भूल सुधार कर लेनी चाहिए
और यदि उन्होने अपनी प्रतिबद्धता व जिम्मेदारी से बचने हेतु जानबूझ कर किया है तो यह दुखःद व आलोचना योग्य है तथा इतने लम्बे राजनैतिक अनुभव वाले वरिष्ठ नेता से ऐसी आशा नही की जा सकती है।
यूकेडी के डीडीहाट जिलाध्यक्ष कृपाल मेहरा ने कहा कि इसके लिए मंत्री को सार्वजनिक रुप से माफी मांगकर स्थित स्पष्ट करनी चाहिए तथा खेद व्यक्त करते हुये अपने शब्द वापस लेने चाहिए क्योकि तब मायावती सरकार मे शामिल रही भाजपा डीडीहाट जिले के लिऐ सही तरीके से अपना पक्ष रखने मे नाकाम रही थी जिसका खामीयाजा डीडीहाट की जनता अब तक झेल रही है।
चुफाल के इस बयान का यूकेडी कार्यकर्ताओ मे काफी रोष ब्याप्त है।यूकेडी के मुवानी प्रभारी लक्षमण नेगी का कहना है कि चुफाल अपनी और अपनी पार्टी की नाकामी को छुपाने के लिऐ उसका ठीकरा यूकेडी के शीर्ष नेता काशी सिह ऐरी के सर फोड़ने का प्रयास कर रहे हैं जो स्वीकार नही किया जा सकता है।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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