प्रकृति की यौवनावस्था, शिव पार्वती मिलन का प्रतीक है हरियाली तीज

हल्द्वानी। सावन का महीना केवल भगवान शिव को ही नहीं, अपितु प्रकृति को भी बहुत प्यारा है । हरियाली तीज प्रकृति की यौवनावस्था, शिव पार्वती मिलन का प्रतीक माना गया है। इस दिन जब महिलायें हरे वस्त्र और सोलह श्रृंगार कर, मैं भी झूला झूलूंगी कान्हा संग,सखी गाओ गीत मल्हार ।। अरी बहना अंखियां है प्यासी -प्यासी ,मन में है पूरणमासी, अब तक ना आयो मेरो साजना।।जैसे लोकप्रिय गीत गाते हुए झूला झूलती हैं, तो ऐसा लगता है कि मानो प्रकृति स्वयं धरा पर उतर कर झूला झूल रही है । ऐसा मनमोहक दृश्य देखकर लगता है कि प्रकृति महिलाओं के माध्यम से अपना वात्सल्य और प्रेम से मानव को पशु-पक्षियों और धरा सुरक्षित रखने का संदेश दे रही हो।
ज्योतिषी अशोक वार्ष्णेय ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष हरियाली तीज 27जुलाई, रविवार को श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जायेगी । रवि योग बनने से पर्व की शुभता में बृद्धि रहेगी। इस दिन महिलायें व्रत का पालन करते हुये अपने पति की दीर्घायु तथा परिवार में सुख समृद्धि की कामना भगवान शिव, पार्वती एवं गणेश से करती हैं । इसके साथ ही कुंवारी कन्यायें भी भगवान शिव, पार्वती की पूजा कर योग्य वर पाने की प्रार्थना करती है ।
ऐसा माना जाता है कि अगर इस दिन नवविवाहितायें तथा अन्य महिलायें हरे रंग की साड़ी, हरी चूड़ियाँ पहन सोलह श्रृंगार के साथ अपने परिवार की पारम्परिक पूजा और झूला झूलती हैं, तो भगवान शिव, माता पार्वती प्रसन्न होकर कामना पूरी करती हैं ।क्योंकि हरा रंग प्रकृति के साथ साथ अखंड सौभाग्य का प्रतीक है ।हरा रंग शिव एवं बुध ग्रह का प्रिय रंग है।इसका सदैव सकारात्मक प्रभाव रहता है ।
पूजा मुहूर्त–
ब्रह्म मुहूर्त से लेकर सायंकाल 7बजकर 30मिनट तक
शिव, पार्वती एवं गणेश की पूजा अगर संध्या काल में की जाये तो सर्वश्रेष्ठ रहती है।
नागपंचमी—
नागपंचमी के बारे में ज्योतिषी अशोक वार्ष्णेय ने बताया कि नागपंचमी का पर्व 29 जुलाई को मनाया जायेगा । इस दिन नागों की पूजा-अर्चना के साथ साथ शिव पूजा,रुद्राभिषेक, रूद्री पाठ आदि करने से जातक की कुण्डली से कालसर्प दोष, राहु,केतु के अशुभ प्रभाव दूर हो जाते हैं । घर के मुख्य द्वार पर नाग देवता का चित्र बनाने से भी नाग देवता की कृपा मिलती है ।






सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 फ़ास्ट न्यूज़ के WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ास्ट न्यूज़ के फ़ेसबुक पेज़ को लाइक करें
👉 कृपया नवीनतम समाचारों से अवगत कराएं WhatsApp 9412034119
संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
www.fastnewsuttarakhand.com