महाकाली मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा में उमड़ रहे हैं भक्त
–कलयुग में भगवान के नाम जप से ही मनुष्य मोक्ष्य को प्राप्त हो जाता है ।
-ब्यास दीपक कृष्ण महाराज 22 वर्ष की उम्र में कथा श्रवण करा रहे हैं ।
-गंगोलीहाट के जजोली गांव के निवासी हैं ब्यास ।
कविता रावल
गंगोलीहाट के विश्व प्रसिद्ध महाकाली मंदिर में श्रीमद भागवत कथा में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है । महिला भक्तों द्वारा कथा के दौरान भजन कीर्तन गाए जा रहे हैं, जिससे वातावरण भक्तिमय हो रहा है।
वही महाकाली के दर्शनों को पहुंच रहे भक्त भी कथा श्रवण कर रहे हैं । श्रीमद भागवत कथा के मुख्य यजमान जगदीश चंद्र पांडेय अपनी धर्म पत्नी प्रेमा देवी के साथ प्रतिदिन प्रातः काल में पुरोहित विद्वान हेमंत भट्ट के द्वारा मंत्रोचार के साथ विधि विधान से पूजा करा रहे हैं। कथा के ब्यास दीपक कृष्ण महाराज प्रतिदिन दो से 5 बजे तक संगीतमय कथा का श्रवण करा रहे हैं।
ब्यास जी ने प्रथम दिवस भागवत जी की महिमा का विस्तार से वर्णन सुनाया दूसरे दिवस में प्रथम स्कन्द में प्रवेश श्रीमद भागवत कथा की रचना का विस्तार से वर्णन सुनाया मंगलवार को कथा के तीसरे दिवस पर सृष्टि कैसे प्रारंभ हुई , भगवान के द्वारा बराह अवतार लेकर हिरणायस्य का उद्धार करना , दक्ष के द्वारा भगवान भोले नाथ का अपमान कर माता शती का देह त्यागना तक की कथा विस्तार से सुनाई । वही उन्होंने कहा कलयुग में भागवत कथा सुनने मात्र से इस घोर कलयुग में मनुष्य का उद्धार हो जाता है और कलयुग में नाम जप को श्रेष्ठ बताते हुए कहा कि मनुष्य नाम जप कर अपना कल्याण करते हुए मोक्ष को प्राप्त कर सकता है । कथा के उपरांत महा आरती के साथ ही भक्तों को प्रसाद वितरण किया जा रहा है ।
भजन संगीत में वृंदावन से आए संगीत टीम में आर्गन में ललिता प्रसाद शर्मा , तबले में धीरज कुमार व पैड में मोहित गोश्वामी संगत दे रहे हैं । वही कथा के दौरान गंगोलीहाट क्षेत्र के प्रमुख मंदिरों में 15 विद्वान ब्राह्मण पूजा पाठ कर रहे हैं । कथा में मोती सिंह , प्रमोद चंद्र पांडेय , कैलाश पांडेय , भगवत रावल , लता पांडेय , सेवा निवृत अध्यापक आनंद बल्लभ उप्रेती सहित कई भक्त सेवा दे रहे हैं । कथा का पारायण हवन 21 विद्वान ब्राह्मण संपन्न कराएंगे वही महा भंडारा भी 2 जून को संपन्न होगा । मुख्य यजमान जगदीश चंद्र पांडेय ने सभी भक्तो से कथा श्रवण कर पुण्य प्राप्त करने का निवेदन किया है । बताते चलें कि कथा के ब्यास ( कथा वाचक ) दीपक कृष्ण महाराज भागवताचार्य का जन्म गंगोलीहाट के जजोली गांव के घनेला तोक में माता प्रेमा देवी पिता जगदीश चंद्र पांडेय के घर में 25 अगस्त 2002 को हुवा । उनकी प्रारंभिक शिक्षा कक्षा 2 तक दशाईथल स्तिथ बाल विद्या मंदिर से हुई वही आगे की पढ़ाई इंटर तक मल्लिकार्जुन इंटर कालेज पिथौरागढ़ से हुई तत्पश्चात उन्होंने वृंदावन के श्रीमद भागवत कथा प्रशिक्षण केंद्र अटल्ला चुंगी वृंदावन से भागवताचार्य की शिक्षा आचार्य बाल्मिकी से प्राप्त की और 2023 में उनको भगवताचार्य की उपाधि मिली ।
इसी दौरान उन्होंने संगीत की सभी विधाओं की शिक्षा वृंदावन के प्रसिद्ध संगीतकार विनोद शर्मा से प्राप्त की । उनका मुख्य उद्देश्य देश विदेश में धर्म का प्रचार करना व लोगों को भक्ति मार्ग से जोड़ना व लोक कल्याण है । ब्यास दीपक कृष्ण महाराज की यह प्रथम भागवत कथा है जो वह अपने गृह क्षेत्र के विश्व प्रसिद्ध महाकाली मंदिर से प्रारंभ कर रहे हैं इसके पश्चात वह खटीमा में कथा के ब्यास होंगे ।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 फ़ास्ट न्यूज़ के WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ास्ट न्यूज़ के फ़ेसबुक पेज़ को लाइक करें
👉 कृपया नवीनतम समाचारों से अवगत कराएं WhatsApp 9412034119
संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
www.fastnewsuttarakhand.com