माल गांव में वन विभाग के पिंजरे में तेंदुआ कैद, दूसरा भी हो सकता है आक्रामक
अल्मोड़ा नगर से सटे माल गांव में बुधवार रात वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में एक तेंदुआ कैद हो गया। वन विभाग की टीम ने तेंदुए को रेस्क्यू कर उपचार के लिए रेस्क्यू सेंटर भेज दिया है। उसके स्वस्थ होने के बाद उसे जंगल में छोड़ा जाएगा।
ग्रामीणों की लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि क्षेत्र में तेंदुओं के हमले बढ़ रहे हैं। बढ़ते खतरे को देखते हुए वन विभाग ने 16 नवंबर को माल गांव में पिंजरा लगाया था, जिसमें 19 नवंबर की रात तेंदुआ फँस गया।
पूर्व ग्राम प्रधान देवेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि इलाके में तेंदुए अक्सर जोड़े में दिखाई देते हैं। उन्होंने आशंका जताई कि एक तेंदुआ पकड़े जाने के बाद दूसरा और अधिक आक्रामक हो सकता है। उन्होंने सुरक्षा के दृष्टिगत तत्काल दूसरा पिंजरा लगाकर दूसरे तेंदुए को भी पकड़ने की मांग की है।
वन क्षेत्र अधिकारी मोहन राम आर्य ने बताया कि पकड़ा गया तेंदुआ लगभग चार साल का है। पिछले दो महीनों से माल और सरसों गांव में यह तेंदुआ आतंक का कारण बना हुआ था। यह एक पिता-पुत्र को घायल कर चुका था और कई मवेशियों पर हमला कर चुका था, जिसके चलते इसे पकड़ना जरूरी हो गया था।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 फ़ास्ट न्यूज़ के WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ास्ट न्यूज़ के फ़ेसबुक पेज़ को लाइक करें
👉 कृपया नवीनतम समाचारों से अवगत कराएं WhatsApp 9412034119
संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
www.fastnewsuttarakhand.com

कमरे में फांसी लगाकर विवाहिता ने दी जान, डेढ़ साल की बच्ची की चीख पर खुली घटना
दो हफ्ते पहले ही हुई थी शादी -हार्ट फेल से युवक की मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़