गंगोलीहाट फुटसिल के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप पर वसूली के आदेश के बाद भी कार्यवाही नहीं
गंगोलीहाट पिथौरागढ़ फुटसिल ग्राम वासियों का एक शिष्ट मंडल वर्तमान प्रधान की अध्यक्षता में वर्ष 2020 में तत्कालीन जिलाधिकारी पिथौरागढ से गांव में हो रहे विकास कार्यों की अनयमितताओं की 95 पृष्टों की लिखित शिकायत को लेकर जांच कराने हेतु मिला।जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी ने तीन सदस्यों की परियोजना निदेशक की अध्यक्षता में जिला स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया।
जांच कमेटी द्वारा शिकायती पत्र के आधार पर गांव वासियों एवं विकास खंड के सम्वन्धित अधिकारियों की उपस्थिति में योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण दो भागों में तीन-तीन दिन कुल छह दिनों में की गयी, जांच में भृष्टाचार के आरोपों की पुष्टि करते हुए परियोजना निदेशक द्वारा जांच आख्या सुस्पष्ट एवं पारदर्शिता के साथ 4 फरवरी 2021एवं 18 दिसम्वर 2021को तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी को छह पन्नों की लिखित आख्या प्रस्तुत की गयी। पुष्टि की गए आरोपों के विषय में सम्वन्धित कर्मचारियों व सम्वन्धित प्रधान से स्पष्टीकरण लेने के उपरान्त सारी औपचारिकताओं के वाद मुख्य विकास अधिकारी ने सम्वन्धितों से अनियमित धनराशि की वसूली के आदेश पारित कर दिए। प्रधान को जिला पंचायत राज अधिकारी ने वसूली के दो-दो नोटिस भी जारी कर दिये। साथ ही गांव में जिन नौ पात्रों को शौचालय का निमय विरुद्ध दोहरा लाभ दिया गया था, उनको भी वसूली के नोटिस जारी हो चुके थे।
फुटसिल निवासी गिरीश चन्द्र धरियाल, देवी दत्त भट्ट व षष्टी वल्लभ भट्ट ने गांव के विकास कार्यों में अनियमितताएं और भृष्टाचार की लिखित शिकायत वर्तमान जिलाधिकारी एवं मंडलायुक्त को भी गयी थी।
वाबजूद जिलाधिकारी द्वारा एसडीएम गंगोलीहाट व वीडीओ गंगोलीहाट एवं अधिशाषी आभियन्ता लोक निर्माण विभाग बेरीनाग से दोबारा जांच करवायी जा रही है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि अब स्थिति ये है कि काफी लंबे समय से न तो जांच ही हो रही और न वसूली हो रही है।
आरोप कर्ता गिरीश चन्द्र धरियाल व देवी दत्त भट्ट ने बताया कि इस जांच में प्रकरण की दशा तो वही है, परन्तु आरोपी प्रधान पति हरीश दुर्गापाल दिशा बदल कर अधिकारियों को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है । सोचने की बात यह है कि जिस जांच कमेटी ने फुटसिल तोक कुलुणा में 82 हजार रुपये की टंकी धरातल पर नहीं पाई, केवल कागजों में व्यय दिखाया गया है, जिसकी पुष्टि का उल्लेख जांच आख्या में स्पष्ट किया गया है। परन्तु अब उस टंकी को कहीं अन्य जगह दर्शाने की कोशिश की जा रही है । उपरोक्त शिकायत कर्ताओं ने आरोप लगाया गया है कि गांव में निर्मित राजीव गांधी सेवा केन्द्र हेतु प्रधान पति ने जो निशुल्क भूमि दान की थी, उस भवन की नींव उसमें न डालकर किसी साजिश के तहत अपने ही निजी आवास के पास डाली गयी है।
गांववासियों ने इस धोखाधड़ी की शिकायत पर तत्कालीन उपजिलाधिकारी ने जांच में इसकी पुष्टि लिखित रुप में 23-2-2021 को की है । शासन-प्रशासन को बार-बार शिकायत के उपरान्त आज तक इस पर किसी प्रकार की कनूनी कार्यवाही नही की गयी। प्रधान व प्रधान पति की संदिग्धता, संलिप्तता, जालसाजी से अपने पद का दुरुपयोग किया गया। गिरीश चन्द्र धरियाल व देवी दत्त भट्ट दारा जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी से अनुरोध किया है संबंधितों से पुरानी निष्पक्ष जांच के आधार पर ही वसूली की कार्यवाही की जाये। साथ ही उन्होंने समस्त प्रमाणों के साथ न्यायालय की शरण में जाने की बात की है। वहीं एसडीएम गंगोलीहाट अनिल शुक्ला से दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो संपर्क नहीं हो पाया।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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