पीआरडी स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री ने जवानों की भूमिका को सराहा -मानदेय व अन्य सुविधाओं पर बड़े फैसलों का उल्लेख

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देहरादून। पीआरडी स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने पीआरडी जवानों की सेवाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की। दोनों नेताओं ने कहा कि पीआरडी जवान हर परिस्थिति—चुनाव, पर्व-त्योहार, आपदा, भीड़ प्रबंधन और सामान्य दिनों की ड्यूटी—में पूरी तत्परता, निष्ठा और दक्षता के साथ प्रदेश की सेवा करते हैं।

पीआरडी जवानों के कल्याण के लिए ऐतिहासिक फैसले—मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने पीआरडी जवानों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य गठन के समय 65 रुपये प्रतिदिन मिलने वाला भत्ता आज 10 गुना बढ़ाकर 650 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है, जो पीआरडी जवानों के सम्मान और आर्थिक सुरक्षा को दर्शाता है।

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उन्होंने कहा कि पीआरडी जवानों के आश्रित बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। अब तक मृत एवं घायल पीआरडी जवानों और उनके आश्रितों को 70 लाख रुपये से अधिक की सहायता राशि दी जा चुकी है।

10 वर्ष की सेवा पूर्ण कर सेवानिवृत्त होने वाले जवानों को 18 लाख रुपये का एकमुश्त सेवा-भत्ता दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि विभिन्न परिस्थितियों में ड्यूटी के दौरान मृत्यु पर देय सहायता राशि में भी उल्लेखनीय वृद्धि की गई है—

साम्प्रदायिक दंगों के दौरान मृत्यु पर राशि 1 लाख से बढ़ाकर 2 लाख रुपये।

अतिसंवेदनशील ड्यूटी में मृत्यु पर राशि 75 हजार से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये।

सामान्य ड्यूटी के दौरान मृत्यु पर राशि 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपये।

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उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक दंगों और अति-संवेदनशील ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले स्वयंसेवकों के अंतिम संस्कार के लिए अलग प्रावधान भी नई नियमावली में किया गया है। इसके साथ ही प्राकृतिक आपदा में नुकसान की स्थिति में अधिकतम 50 हजार रुपये तक की सहायता पीआरडी जवानों को प्रदान की जाएगी।

आश्रितों को रोजगार देने में भी बड़ा कदम

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2023 से सरकार ने मृत एवं अपंग पीआरडी जवानों के आश्रितों को संगठन में पंजीकृत करना शुरू किया।
अब तक 190 आश्रितों में से 133 को रोजगार प्रदान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस माह 149 पंजीकृत आश्रितों को विभागीय अर्द्धसैनिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे अपने कौशल में वृद्धि कर भविष्य में पीआरडी सेवा के दायित्वों को और अधिक दक्षता से निभाने में सक्षम होंगे।

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कैबिनेट मंत्री ने भी की सेवा भावना की सराहना

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने पीआरडी जवानों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि वे हर स्तर पर प्रदेश की सेवा करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 से स्थापना दिवस को भव्य रूप से मनाने की परंपरा शुरू की गई है, जिससे जवानों का सम्मान और मनोबल बढ़ा है। वर्तमान में 7500 से अधिक पीआरडी जवान प्रदेश में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

कार्यक्रम में रहे कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी

कार्यक्रम में विधायक उमेश शर्मा काऊ, विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा, अपर निदेशक युवा कल्याण राकेश डिमरी, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में पीआरडी जवान मौजूद रहे।

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