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हल्द्वानी। शरद पूर्णिमा आज मनाई जाएगी। ज्योतिषी अशोक वार्ष्णेय ने बताया कि आश्विन माह की यह पूर्णिमा वर्ष की सभी पूर्णिमाओं में श्रेष्ठ मानी जाती है और इसे कोजागरी, कमला और कौमुदी जैसे नामों से भी जाना जाता है। इस दिन चंद्रमा का पूजन कर खीर का भोग लगाने और उसे पूरी रात चंद्रमा की किरणों में रखने से निरोगता की प्राप्ति होती है। अगले दिन इस खीर को प्रसाद रूप में ग्रहण करना चाहिए।

ज्योतिषाचार्य डॉ. गोपाल दत्त त्रिपाठी के अनुसार, इस रात जागरण कर भगवान विष्णु और महालक्ष्मी की पूजा करने और उन्हें दीपावली पर आने का निमंत्रण देने से घर में वर्ष भर लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। सोमवार को व्रत पूर्णिमा और मंगलवार सात अक्तूबर को स्नान-दान पूर्णिमा मनाई जाएगी। बताया कि पूजन का शुभ समय रात 11:45 से 12:34 बजे तक है।

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