मतदान केंन्द्र में प्रदर्शन गंभीर मामला -एसएसपी करेंगे कार्रवाई

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-चार घंटे बाद मतदान कार्मिकों व मतपेटियों को लेकर जाने वाली टीम को किसी तरह निकाला

हल्द्वानी। ग्राम पंचायत जयपुर खीमा स्थित मतदान केंद्र पर विगत दिवस पांच लोगों के फर्जी वोट डालने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने चार घंटे तक हंगामा काटा और वे बूथ नंबर 137 के मतदान को निरस्त करने की मांग करने लगे। इस बीच तीन थानों की फोर्स और पीएसी मौके पर पहुंच गई। उन्होंने किसी तरह ग्रामीणों को समझाकर रात नौ बजे मतदान कार्मिकों को वहां से निकाला।

मतदान केंद्र में प्रधान पद के दो प्रत्याशियों ने शाम साढ़े चार बजे एक परिवार के पांच लोगों के फर्जी वोट डालने की बात मतदान अधिकारी के समक्ष उठाई। यह बात बाहर बैठे समर्थकों को पता चली तो वे गेट के बाहर एकजुट हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। कुछ ही देर में भारी भीड़ जमा हो गई। वह मतदान निरस्त करने तथा दोबारा वोटिंग की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। सेक्टर मजिस्ट्रेट बीएल जोशी, लालकुआं कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक दिनेश फर्त्याल, कोतवाल राजेश यादव और पीठासीन अधिकारी ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह अपनी मांग पर अडिग रहे।

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रात करीब नौ बजे तहसीलदार से वार्ता के बाद ग्रामीण माने, उसके बाद मतदान कार्मिकों व मतपेटियों को लेकर जाने वाली टीम को किसी तरह निकाला गया। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल मोटाहल्दू के अध्यक्ष संदीप पांडे, राकेश कविदयाल, निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य गरिमा पांडे, हेमा कविदयाल और महेश कबडाल के अलावा कई समर्थकों ने फर्जी मतदान का आरोप लगाया।

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इधर एसडीएम राहुल शाह ने पीठासीन अधिकारी को घेरने वाले प्रदर्शनकारियों पर कानूनी कार्रवाई की बात की। मतदान केंद्र पर मारपीट का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। उन्होंने बताया कि उन्होंने निर्वाचन अधिकरियों को प्रदर्शनकारियों पर कानूनी कार्रवाई करने को कहा है, उन्होंने कहा कि मतदान केंन्द्र में प्रदर्शन गंभीर मामला है।

मतदान प्रक्रिया के दौरान तीन लोग अपना वोट डालने पहुंचे थे, जिनका कहना था कि उनका वोट पड़ गया है। पीठासीन अधिकारी ने नाम में भिन्नता का हवाला दिया और टेंडर वोट डालने का अनुरोध किया। इस पर वोटरों ने मना करते हुए हंगामा कर दुष्प्रचार शुरू कर दिया। पोलिंग पार्टी को घेरकर उन्हें रोकने की कोशिश की। मामले में एसएसपी को पत्र भेजा गया है। – दिनेश रावत, आरओ  

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