बड़ी खबर-फिर हुई देवभूमि शर्मसार, दिल्ली सरकार के प्रशासनिक अधिकारी पर पॉक्सो में मुकदमा
शिवेंद्र गोस्वामी की रिपोर्ट
अल्मोड़ा 4 अक्टूबर : दिल्ली के वरिष्ठ प्रशासन अधिकारी पर नाबालिग से छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हुआ है। घटना के बाद राजस्व पुलिस जांच में जुट गई है। नाबालिग के 164 के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। इस प्रभावशाली अधिकारी और उसकी पत्नी पर सरकारी जमीन कब्जाने सहित कई अन्य गंभीर आरोप भी हैं।अंकिता हत्याकांड से आहत देवभूमि अब एक बार फिर से शर्मसार होने की कगार पर है। इस बार मामला एक नाबालिग बालिका संग यौन उत्पीड़न के साथ-साथ बड़े स्तर पर सरकारी जमीन के अतिक्रमण और उसमें भवन इत्यादि के निर्माण से जुड़ा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली के एक एनजीओ संचालक पर एक नाबालिग लड़की ने यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाते हुए अल्मोड़ा के कार्यवाहक जिलाधिकारी चंदन सिंह मर्तोलिया एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संग भेंट कर अपना शिकायती पत्र दिया है जिसमें आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार में तैनात अधिकारी एवी प्रेमनाथ ने अपने कार्यालय में नौकरी कर रही उसकी मां को टाडा-कांडा, मजखाली, जिला अल्मोड़ा स्थित अपनी पत्नी के एनजीओ प्लीजेंट वैली फाउंडेशन में चलने का दबाव बनाया और कोरोना महामारी के दिनों में लॉकडाउन के दौरान इस लड़की और उसकी मां के पास बनवा अपनी गाड़ी में टाडा कांडा गांव स्थित एनजीओ में लेकर गया। दिनांक 18/08/2020 के दिन इस एनजीओ में कोविडकाल में भी गणेश उत्सव की तैयारी चल रही थी। यहां पहली बार प्रेमनाथ ने दुष्कर्म करने का प्रयास किया। लड़की ने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि एक पूरी तरह झूठे मामले में मेरी मां को उक्त प्रेमनाथ ने इस कदर फंसाया कि उन्हें उत्तराखण्ड पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इसके बाद से ही वह लगातार इस नाबालिग लड़की पर दबाव बनाने लगा कि यदि अपनी मां की जमानत करानी हैं तो जो मैं कहता हूं वैसा कर जमानत कराने के नाम पर उक्त प्रेमनाथ ने 23 फरवरी 2021 को उसे अपने दिल्ली सचिवालय की दसवीं मंजिल पर स्थित सरकारी कक्ष संख्या 1001 में अपनी गाड़ी भेजकर बुलवाया और उसके साथ नापाक हरकतें की। शिकायत पत्र में लड़की ने लिखा है कि ‘एवी प्रेमनाथ शुरू से ही मुझ पर गलत नजर रखता था । और मुझे बार-बार अकेले घुमाने ले चलने के लिए बोलताथा। लेकिन मेरी माता जी लगातार मेरे साथ थी इसलिए एवी प्रेमनाथ उस वक्त अपने इरादे में सफल नहीं हो पाया। और हम तीन-चार दिन बाद वापस दिल्ली आ गए थे। एवी प्रेमनाथ ने उसके बाद दिल्ली में लगातार मुझे अपने पास बुलाने की बहुत बार कोशिश की लेकिन हर बार मेरी माताजी किसी न किसी तरह मुझे बचा लेती थी।’
22 मार्च 2022 को इस लड़की पर उसकी मां की जमानत कराने का दबाव बना एवी प्रेमनाथ उसे अपने संग लेकर प्लीजेंट वैली पहुंच गया। भयभीत लड़की इस पूरे यात्रा के दौरान अपनी लोकेशन अपने चचेरे भाई को भेजती रही। प्लीजेंट वैली पहुंच कर प्रेमनाथ अपनी अश्लील हरकतों में उतर आया। लड़की ने अपनी शिकायती पत्र में लिखा है कि ‘प्रेमनाथ ने मुझे अपने सामने अपने कमरे में पूरे दिन बैठाकर रखा और मुझे यह समझाया कि ” देख तेरी मम्मी जेल में हैं और मेरे अलावा उसको कोई नहीं छुड़वाएगा इसलिए जो-जो मैं कहता हूं वैसा कर और मेरे अल्मोड़ा वाले प्लीजेंट वैली हाउस में आराम से रह । ” ” प्रेमनाथ ने मुझसे यह भी कहा कि तेरी मम्मी अल्मोड़ा जेल में है और प्लीजेंट वैली से तू आराम से अपनी मम्मी से भी मिल सकती है। वहां पर एवी प्रेमनाथ ने मुझे अपने आवास जो ऑफिस के ऊपर बना हुआ है उसी में रूकने के लिए कहा और उसी बीच वहां काम करने वाले गोपाल नाम के अंकल को कैमरे ऑफ करने के लिए कहा। मैं उस बीच अंदर कमरे में थी और यह सब सुन रही थी जब मैं रूम में बाथरूम में नहाने के लिए गई तो तभी प्रेमनाथ मेरे पीछे से आ गया और मुझे पकड़ कर बाथरूम में बंद करने की कोशिश करने लगा और लगातार गलत तरीके से छूता रहा। मुझे डर के कारण कुछ उपाय नहीं सूझ रहा था। मैं चीखने-चिल्लाने लगी तभी मेरी आवाज सुनकर सुख भईया जो वहीं पास के कमरे में मौजूद थे। दौड़कर वहां आ गए और भईया ने मुझे छुड़वाया और सुख भईया मुझे अपने पास के रूम में ले गए। जहां थोड़ी देर बाद जब मैं रो रही थी और सुख भईया नीचे गए हुए थे तो प्रेमनाथ वहां आ गया और मुझे यह समझाने लगा कि तुझे मेरी मम्मी को छुड़वाना है या नहीं और कल अपनी मम्मी से मिलने चलना जो तुझे यह बता देगी कि उसे और कोई नहीं छुड़वा सकता।
आगे इस पत्र में आरोप लगाया गया है कि 2 मई 2022 को एक शाम प्रेमनाथ इस लड़की के दिल्ली स्थित घर आ गया और जबरदस्ती अंदर घुसने का प्रयास करने लगा। शिकायती पत्र में लिखा है कि अचानक 2 मई 2022 की शाम को लगभग 4 बजे जब मेरी मम्मी घर पर नहीं थी तो एवी प्रेमनाथ मेरे घर पर आ गया और जबरदस्ती घर में घुसने की कोशिश करने लगा। प्रेमनाथ के साथ दो और भी लोग थे। लेकिन मैंने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और तब तक दरवाजा नहीं खोला जब तक मेरी मम्मी नहीं आई और लगभग 6:15 शाम को मेरी मम्मी घर आई और उन्होंने प्रेमनाथ से कहा कि जब मैं 1 तुम्हारे ऑफिस में ही थी तो तुम पीछे से मेरे घर क्यों आए? काफी हंगामा होने के बाद प्रेमनाथ वहां से चला गया। मैं बहुत सहमी हुई थी और जब मैं कई दिनों तक गुमसुम रहने लगी तो मैंने मम्मी के बहुत पूछने पर सारी बात आखिरकार बता दी कि उनके पीछे प्रेमनाथ ने मेरा कैसा शोषण किया है। मेरी बातें सुनकर मेरी मम्मी को प्रेमनाथ की असलियत पता चल गई और मेरी मम्मी अपने भतीजे अरिक्षित राणा भईया को लेकर 17 जून को प्रेमनाथ की शिकायत दर्ज कराने टाडा-कांडा प्लीजेंट वैली फाउंडेशन गई जहां उन्हें पता चला कि यहां थाना नहीं है और यहां पुलिस का काम पटवारी देखते हैं। जब मम्मी वहां के पटवारी से मिली तो उन्होंने शिकायत ले ली और बाद में आने को कहा और कुछ दिनों बाद जब मम्मी ने दुबारा पता करवाया तो उन्हें वहां के गोपाल अंकल से पता चला कि पटवारी तो खुद प्रेमनाथ से मिला हुआ है और प्रेमनाथ से पैसे लेकर उसके गलत काम करता है।’
पीड़िता ने डीएम अल्मोड़ा और एसएसपी अल्मोड़ा से गुहार लगाई है कि ‘मैं एवी प्रेमनाथ से बहुत डरी हुई हूं जो कभी भी मुझे और मेरी मम्मी के साथ कोई भी वारदात कर सकता है और मैं डर के साये में जी रही हूं। गंदे मैसेज के बारे में शिकायत देने पर भी प्रेमनाथ पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और यह बहुत पावरफुल आदमी है जो मेरे साथ इतनी गलत हरकतें करने के बाद भी हमें लगातार धमकियां दे रहा है। और कभी भी मेरे साथ कोई अनहोनी हो सकती है। यदि इस प्रेमनाथ पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं होती है तो मेरी और मेरी मम्मी का जीवन खतरे में बना रहेगा क्योंकि यह मुझे अपनी शिकायत के डर से मरवा भी सकता है। एवी प्रेमनाथ के खिलाफ कार्यवाही कर इसे सजा दिलाने की कृपा करें।
गौरतलब है कि प्लीजेंट वैली फाउंडेशन की टाडा कांडा गांव में स्थित स्कूल परिसर में बड़ी मात्रा में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण का मुद्दा पहले से ही प्रशासन की जानकारी में है। संस्था के खिलाफ सरकारी जमीन पर कच्ची सड़क, भवन एवं पानी की टंकी के निर्माण की पुष्टि जिला प्रशासन कर चुका है। प्रशासन की रिपोर्ट में 1.09.11 हेक्टेयर भूमि में अवैध अतिक्रमण कर एक विशाल भवन बनाने की बात पुष्ट हो चुकी है। जुलाई 2020 में एसडीएम गोपाल सिंह चौहान द्वारा इस एनजीओ को नोटिस जारी कर कार्यवाही की बात कही गई थी लेकिन प्रेमनाथ के रसूख चलते अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
उक्त एवी प्रेमनाथ की पत्नी और एनजीओ को संचालक आशा प्रेमनाथ पर पहले से ही फर्जीवाड़ा कर जिला अल्मोड़ा में सौ नाली जमीन खरीदने संबंधित आपराधिक मुकदमा दर्ज है। इस मुकदमे की सुनवाई कर रहे अल्मोड़ा के सिविल जज अभिषेक श्रीवास्तव के खिलाफ फर्जी शिकायतें हाईकोर्ट नैनीताल को भेजे जाने की जांच विजिलेंस सेल हाईकोर्ट के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार द्वारा कराई गई थी जिसके बाद हाईकोर्ट के निर्देश पर एवी प्रेमनाथ, आशा प्रेमनाथ व अन्य पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया। वर्तमान में प्रेमनाथ व उसकी पत्नी को गिरफ्तारी से हाईकोर्ट का स्टे मिला हुआ है इधर।अल्मोड़ा के तहसीलदार कुलदीप पांडे ने बताया कि नाबालिग की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। एक दो दिन में पूरे मामले को रेगुलर पुलिस के को सौंप दिया जाएगा। मामले की जांच की जा रही है।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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