गंगोलीहाट से अधिकारियों व कर्मचारियों का स्थानांतरण करने में तुली है सरकार-स्थानीय लोगों में रोष – तीन अधिकारियों का किया जा चुका है स्थानांतरण- एक मात्र सहायक अभियंता पेयजल निगम गंगोलीहाट का कर दिया गढ़वाल स्थानांतरण

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हरगोविंद रावल
गंगोलीहाट। गंगोलीहाट के लोकप्रिय अधिकारियों व कर्मचारियों का स्थानांतरण रुकने का नाम नहीं ले रहा है। जो अधिकारी व कर्मचारी विगत कई वर्षों से सुगम जगह छोड़कर अति दुर्गम क्षेत्र गंगोलीहाट में अपने-अपने विभागों में पूर्ण निष्ठा से आम जनता का कार्य कर रहे थे, उनको भाजपा की डबल इंजन सरकार के कुछ नेता गंगोलीहाट से भगाने का कार्य किया जा रहा कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार एक कैबिनेट मंत्री व एक राज्य मंत्री ने भाजपा के कार्यकर्ता व ठेकेदारों की शिकायत पर गंगोलीहाट के आम जनता के दिलों में राज करने वाले कर्तव्यनिष्ठ व सेवाभाव से कार्य कर रहे अधिकारियों व कर्मचारियों को गंगोलीहाट से स्थानांतरित करवा दिया है।

बताते चलें कि गंगोलीहाट के पशुधन प्रसार अधिकारी अजीत यादव जो कि चौनाला व चहज पशु सेवा केंद्र में पोस्टिंग थे, उनको विगत जनवरी माह में एक राज्य मंत्री ने गंगोलीहाट से हटाकर पशु सेवा केंद्र खैरना नैनीताल अटैच करवा दिया। जबकि गंगोलीहाट में पांच पशु सेवा केद्रों में मात्र एक पशुधन प्रसार अधिकारी ही नियुक्त है। उक्त पशुधन प्रसार अधिकारी को पांच पशु सेवा केंद्रों का चार्ज दिया गया है। गंगोलीहाट की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए गंगोलीहाट में पांच पशुधन प्रसार अधिकारी के पद सृजित हैं, लेकिन तीन पद पूर्व में ही रिक्त चल रहे थे। वहीं चौनाला व चहज के पशुधन अधिकारी को खैरना अटैच कर गंगोलीहाट के लोगो के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ किया जा रहा है। वहीं कोरोना काल में गंगोलीहाट में रिकॉर्ड मरीजों की सेवा करने वाले व गांव-गांव जाकर रात-दिन मरीजों को घर पर उपचार देने वाले गंगोलीहाट विधानसभा के डॉ.पवन कार्की को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी से हटाकर पिथौरागढ़ जिला अस्पताल स्थानांतरित कर दिया गया। डॉ. पवन कार्की गंगोलीहाट के हर व्यक्ति के चहेते थे। डॉ. कार्की मरीजों से हमेशा पहाड़ी भाषा में ही वार्ता कर मरीज को आधे से अधिक बोलने के अंदाज से ही स्वस्थ कर देते थे।

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ऐसे लोकप्रिय डॉक्टर का स्थानांतरण गंगोलीहाट के लोगों को आज तक हजम नहींं हो रहा है। वहीं गंगोलीहाट विद्युत विभाग के एसडीओ पवन रावत का बगैर प्रतिष्ठानी के हाल ही में देहरादून स्थानांतरण कर दिया गया। पवन रावत गंगोलीहाट के लोगों के दिलों में राज करने वाले अधिकारी थे। उन्होंने अपने अल्पकाल की सेवा में गंगोलीहाट के कई बच्चों को खेल के गुर सिखाए। वहीं लोगों को पर्यावरण के लिए समय-समय पर उत्साहित करते थे। कई गरीब बच्चों को अपने खर्च पर पठन-पाठन आदि की तैयारी कराते थे। बिजली विभाग के कर्मचारियों व गंगोलीहाट की जनता के लिए वो ऐसे प्रेरणाश्रोत बने। गंगोलीहाट में सालिखेत पंपिंग योजना खराब होती थी तो वे स्वयं सालिखेत जाकर उत्तराखंड पेयजल निगम के लोगों की ट्रांसफार्मर व फिल्टर प्लांट में पूर्ण मदद करते थे। वहीं उनके कार्यकाल में गंगोलीहाट क्षेत्र में भयंकर आपदा व भारी बरसात के बीच भी कभी लाइट में व्यवधान नहीं पड़ा। एसडीओ पवन रावत रात के 12 बजे भी लाइट खराब होने पर कई किलोमीटर दूर फाल्ट आए जगह तक पहुंच जाते थे। ऐसे अधिकारी को गंगोलीहाट से हटाकर मुन्स्यारी व बेरीनाग के एसडीओ को गंगोलीहाट का अतिरिक्त चार्ज देना, क्या यह गंगोलीहाट की जनता के साथ न्यायसंगत है? अब मंगलवार को गंगोलीहाट के पेयजल के लिए एक दुखद सूचना मिली कि गंगोलीहाट पेयजल निगम में सात वर्षों से कार्यरत एकमात्र सहायक अभियंता समीर प्रताप सिंह का भाजपा के स्थानीय ठेकेदार व नेताओं ने एक कैबिनेट मंत्री को शिकायत कर रुद्रप्रयाग स्थानांतरण करा दिया है। गंगोलीहाट अति दुर्गम क्षेत्र में आता है। पेयजल निगम गंगोलीहाट में वर्तमान में बेलपट्टी पेयजल योजना सहित कई योजनाओं का विभागीय कार्य जोरो पर है। उसके बावजूद गंगोलीहाट पेयजल निगम में तीन सहायक अभियंताओं की जगह मात्र एक सहायक अभियंता विगत सात वर्ष से कार्यरत हैं। जहां भाजपा की डबल इंजन सरकार ने गंगोलीहाट पेयजल निगम में रिक्त सहायक अभियंता के दो पदों को भरना चाहिए था। उसके उलट एक मात्र मौजूद सहायक अभियंता समीर प्रताप सिंह को अति दुर्गम क्षेत्र से रुद्रप्रयाग स्थानांतरण होना समझ से परे है।

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व्यापार संघ जिला उपाध्यक्ष हरगोविंद रावल ने मंगलवार को पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल से वार्ता की और कहा कि पहाड़ चढऩे को अधिकारी कर्मचारी तैयार नहीं होते हैं, जिस कारण विगत कई दशकों से गंगोलीहाट पेयजल निगम में दो सहायक अभियंता के पद रिक्त पड़े हैं, वहीं एकमात्र सहायक अभियंता का गंगोलीहाट से रुद्रप्रयाग स्थानांतरण गंगोलीहाट विधानसभा क्षेत्र की जनता के हक में रोका जाए। रावल ने कहा कि गंगोलीहाट में विगत कई वर्षों से लगभग सभी सरकारी विभागों में कई अधिकारियों व कर्मचारियों के पद रिक्त हैं, उन रिक्त पड़े पदों को सरकार ने भरा नहीं और उल्टा गंगोलीहाट के विकास के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए यहां मौजूद ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों व कर्मचारियों को बारी-बारी से प्रतिमाह गंगोलीहाट से स्थानांतरित किया जा रहा है। जिससे यहां का विकास अवरुद्ध हो रहा है। रावल ने कहा कि गंगोलीहाट से यहां से हटाए गए अधिकारियों व कर्मचारियों को हटाने का कारण स्पष्टï किया जाए।

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