नैनीताल में रोते बिलखते लोगों ने घर खाली करने शुरू किए
नैनीताल। जिला प्रशासन ने नैनीताल में बीडी पांडे जिला अस्पताल की जमीन पर अतिक्रमण खाली करने का काम शुरू कर दिया है। गुरुवार सुबह प्रशासन ने 40 मजदूर अतिक्रमण तोड़ने के लिए लगा दिए। वहीं प्रशासन की टीम की कार्रवाई देख लोगों ने खुद ही अपने घर खाली करने शुरू कर दिए। रोते-बिलखती महिलाएं बच्चों के साथ घरों से सामान निकालकर बाहर रखती रहीं। प्रशासन ने बिजली-पानी के सभी 22 कनेक्शन भी काट दिए। गुरुवार को लगभग सभी चिह्नित परिवारों ने घरों से अपना सामान निकालना शुरू कर दिया।
नैनीताल जिला अस्पताल की करीब 16 हजार 240 वर्ग फीट जमीन पर अतिक्रमण चिह्नित किया गया है। जिसमें 36 भवन अतिक्रमण की जद में आ रहे हैं। इन भवनों में किरायेदार सहित 40 परिवार रह रहे हैं। हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन ने यहां से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की है। बुधवार को प्रशासन ने इलाके में लोगों को घर खाली करने का अंतिम नोटिस दिया था, लेकिन गुरुवार सुबह 40 मजदूर भेजकर अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी। प्रशासन की टीम को देखकर महिलाएं घर न तोड़ने की गुजारिश करतीं रहीं। कई बार अधिकारियों से इसे लेकर बहस भी हुई। इसके बाद आंखों में आंसू लिए महिलाओं ने खुद ही घर खाली करना शुरू कर दिया। महिलाओं का आरोप था कि जब प्रशासन ने हमें 20 सितंबर तक का समय दिया है तो अभी से क्यों कार्रवाई शुरू की जा रही है। दावा है कि वह कई दशकों से यहां रह रहे हैं, लेकिन अचानक उन्हें बेघर किया जा रहा है। यहां एसडीएम प्रमोद कुमार, राहुल साह, एसपी सिटी जगदीश चंद्रा, ऊर्जा निगम के प्रियंक पांडे, लोनिवि सहायक अभियंता जीएस जनौटी, नगरपालिका कार्यालय अधीक्षक शिवराज राणा, एसआई दीपक बिष्ट आदि रहे।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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