मंहगी किताबों को लेकर पूर्व शिक्षा मंत्री पांडे के तेवर तल्ख, किताबों के नाम पर लूट बंद नहीं हुई तो जिम्मेदारी संबधित अधिकारी की होगी : पांडे
रुद्रपुर। एनसीईआरटी की पुस्तकों के साथ निजी विद्यालयों द्वारा महंगी पुस्तकों को लगाने को लेकर पूर्व शिक्षा मंत्री एवं विधायक अरविंद पांडे आक्रामक तेवर में नजर आए। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि किताबों के नाम पर लूट बंद नहीं हुई तो इसकी जिम्मेदारी संबधित अधिकारी की होगी। सोमवार को गूलरभोज आवास स्थित कैंप कार्यालय में पूर्व शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने खंड शिक्षा अधिकारी ब्लॅाक गदरपुर बीएन पांडे व अन्य विभागीय अधिकारियों की बैठक ली।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जनहित में एनसीईआरटी की पुस्तकें लागू की हैं। इसके बावजूद निजी विद्यालयों द्वारा साथ में मंहगी किताबें लगाकर अभिभावकों को लूटा जा रहा है। उन्होंने डीएम से फोन पर वार्ता कर कहा कि जिले की एनसीईआरटी पुस्तकों के विषय में समीक्षा बैठक की जाए। जिन अधिकारियों की लापरवाही से विद्यालयों में महंगी पुस्तकें लगाकर ठगी की जा रही है, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। जिन विद्यालयों में बच्चों के पाठ्यक्रम की पुस्तकों और संबंधित सामग्री को चिह्नित किए गए स्थानों से लेने के लिए बाध्य किया जा रहा है, उसे शीघ्र रोका जाए। उन्होंने कहा कि मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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