राज्यपाल ने आरोग्य उत्तराखण्ड फूड संस्थान की महिलाओं की स्वरोजगार से जुड़ने पर की सराहना-
अल्मोड़ा। राज्यपाल उत्तराखण्ड लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि.) गुरमीत सिंह बुुधवार को जिले के भ्रमण पर पहुंचे। सर्किट हाउस अल्मोड़ा में उन्होंने आत्मनिर्भर भारत अभियान के अन्तर्गत स्वरोजगार कर रहे उधमियों को संबोधित किया |
जिसमें राज्यपाल द्वारा आरोग्य उत्तराखण्ड फूड संस्थान चिलियानौला रानीखेत एवं उत्तराखण्ड कृषि उत्पादन एवं विपणन स्वायत्त सहकारिता समिति रानीखेत एवं आरोग्य उत्तराखण्ड फूड स्वंय सहायता समूह ग्राम नैला विकासखंड ताडीखेत रानीखेत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुडी 550 महिला उधमियों द्वारा स्थानीय स्तर पर लोकल उत्पादों के उत्पादन प्रोसेसिंग एवं मार्केटिंग में किये जा रहे कार्यो की सराहना की गयी।
महिला स्वयं सहायता समूहों को करें प्रोत्साहित
अल्मोड़ा। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने महिला स्वयं सहायता समूहों की ओर से लगाए गए स्टॉल का भी अवलोकन किया। उन्होंने कहा महिला स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित कर उनके उत्पादों को बाजार दिए जाने का प्रयास किया जाए। अल्मोड़ा की महिलाएं इतनी सक्षम हैं कि वह स्वरोजगार की दिशा में एक कीर्तिमान स्थापित कर सकती हैं। आरोग्य उत्तराखण्ड फूड संस्थान की महिला उधमियों ने भी राज्यपाल से मुलाकात की। और लोकल उत्पादों की मार्केटिंग हेतु सहयोग हेतु प्रस्ताव दिया गया
माननीय राज्यपाल द्वारा आरोग्य उत्तराखण्ड फूड संस्थान की महिलाओं को आश्वासन दिया की उत्तराखण्ड सरकार देश के विभिन्न राज्यों में यहा के उधमियों द्वारा बनाऐ गये उत्पादों की मार्केटिंग हेतु पूरा प्रयास कर रही है | राज्यपाल द्वारा आरोग्य उत्तराखण्ड फूड संस्थान की महिलाओं द्वारा बनायी जा रही प्योर बीज बैक्स कैंडल को आरोग्य युनिक प्रोडक्ट बताया।
सर्किट हाउस में डीएम, एसएसपी, सीडीओ, डीएफओ और सीएमओ के साथ बैठक कर राज्यपाल ने विभिन्न विकास कार्यों, गतिविधियों, स्वास्थ्य व्यवस्थाओं और स्वरोजगार के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। राज्यपाल ने कहा कि जो लोग यहां से पलायन कर चुके हैं, उन्हें दोबारा यहां लाने के लिए हमें विशेष प्रयास करने होंगे।
उन्होंने यहां के ऐसे प्रवासी जो देश-विदेश में रह रहे हैं, उनसे अपील की है कि वह इस जिले के विकास के लिए आगे आएं। उन्होंने डीएम से कहा कि जिले में रोजगारपरक योजनाओं को बढ़ाएं। होम-स्टे, कृषि, औद्यानिकी, पशुपालन के क्षेत्र को विकसित करते हुए पहाड़ में आजीविका के संसाधनों को बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि जिले में रिवर्स पलायन कैसे हो, इस सम्बन्ध में कार्य करते हुए जनपद के पलायन कर चुके लोगों को जिले में वापस लाये जाने के लिए पूर्ण जिम्मेदारी से कार्य करें। उन्होंने कहा कि पहाड़ में शिक्षा, पेयजल, स्वास्थ्य महत्वपूर्ण हैं, इन तीनों क्षेत्र में भी प्राथमिकता से कार्य कराया जाय।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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